एडमंटन। चोट से उबरकर भारतीय डेविस कप टीम में वापसी करने वाले साकेत मिनेनी फिटनेस के कारण ही कनाडा के खिलाफ डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन पाए और अब उनकी जगह पूरव राजा शनिवार के युगल मैच में रोहन बोपन्ना के साथ खेलेंगे।
भारत और कनाडा के बीच पहली बार हो रहे डेविस कप मुकाबले का ड्रॉ गुरुवार को निकाला गया जिसके अनुसार भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन भारतीय अभियान की शुरुआत 22 साल के ब्रेडन शनर के खिलाफ पहले एकल से करेंगे। शनर इस मैच से डेविस कप में अपना पदार्पण करेंगे।
दूसरे एकल में यूकी भांबरी का मुकाबला विश्व के 51वें नंबर के खिलाड़ी डेनिस शापोवालोव से होगा। शनिवार को युगल मैच में बोपन्ना और पूरव राजा की, जोड़ी का मुकाबला डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल से होगा। रविवार को उलट एकल में रामकुमार का मुकाबला शापोवालोव से और यूकी का मुकाबला शनर से होगा।
इस मुकाबले की विजेता टीम को 2018 के 16 टीमों के एलीट विश्व ग्रुप में प्रवेश मिलेगा। भारत को पहले दिन एक मैच जीतने की उम्मीद है। विश्व रैंकिंग में 154वें नंबर के खिलाड़ी रामकुमार के सामने 202वीं रैंकिंग के शनर की चुनौती होगी। कनाडा के गैर खिलाड़ी कप्तान मार्टिन लॉरेन्डू ने 22 साल के शनर पर अपना दाव खेला है और पोसपिसिल को युगल मैच के लिए तरोताजा रखने के उद्देश्य से उन्हें एकल में नहीं उतारा है।
हालांकि पोसपोसिल की विश्व रैंकिंग 82 है जबकि शनर की विश्व रैंकिंग 202 है। शनर ने 2017 की शुरुआत 433वीं रैंकिंग के साथ की थी और जुलाई की समाप्ति तक वे टॉप 200 में पहुंच चुके हैं। शनर को रोजर्स कप में वाइल्डकार्ड मिला था और उन्होंने पहले राउंड में फ्रांस के रिचर्ड गास्के को निर्णायक सेट तक खींचा था।
यूकी के सामने सबसे बड़ी चुनौती शापोवालोव की रहेगी कि वे विश्व रैंकिंग में 51वें नंबर के कनाडाई खिलाड़ी के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करते हैं। 18 साल के शापोवालोव को भी रोजर्स कप में वाइल्ड कार्ड मिला था। उस टूर्नामेंट के समय शापोवालोव की रैंकिंग 143 थी और आज वे टॉप 50 के आसपास हैं।
शापोवालोव रोजर्स कप में ग्रैंडस्लैम चैंपियनों जुआन मार्टिन डेल पोत्रो और राफेल नडाल को हराते हुए सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। इस मुकाबले में शापोवालोव अपनी कम उम्र के बावजूद कनाडा की सबसे बड़ी उम्मीद हैं।
गत 29 अगस्त को अर्जुन पुरस्कार पाने वाले मिनेनी ने अपने पैर की चोट से उबरकर डेविस कप टीम में वापसी की थी लेकिन उनकी फिटनेस ही इस मुकाबले में उनके आड़े आ गई। मिनेनी की फिटनेस को लेकर संदेह था कि वे 5 सेटों तक टिक पाएंगे या नहीं। इसी के चलते भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने मिनेनी की जगह पूरव राजा को उतारने का फैसला किया। मिनेनी पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से भी अंतिम मिनट में हट गए थे और उज्बेकिस्तान के खिलाफ भी अगले मुकाबले में नहीं खेल पाए थे।
पूरव राजा को अंतिम मिनट में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था। भारतीय रिजर्व में शामिल एन श्रीराम बालाजी न्यूयार्क में ट्रेनिंग कैम्प के दौरान अपना टखना चोटिल कर बैठे जिसके कारण राजा को इस मुकाबले में उतरने का मौका मिल गया। राजा अपना दूसरा डेविस कप मुकाबला खेलेंगे।
भारत पिछले 3 वर्ष का गतिरोध तोड़कर विश्व ग्रुप में पहुंचने की कोशिश करेगा। भारत को इससे पहले प्लेऑफ में 2014 में सर्बिया से, 2015 में चेक गणराज्य से और 2016 में स्पेन से हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने इस साल न्यूजीलैंड और उज्बेकिस्तान को 4-1 के अंतर से हराया था और प्लेऑफ में जगह बनाई थी।
एडमंटन शहर तीसरी बार डेविस कप मुकाबले की मेजबानी कर रहा है। कनाडा ने 1996 में चिली को 3-2 से हराया था जबकि 1987 में उसे इक्वाडोर से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत और कनाडा के बीच डेविस कप में यह पहला मुकाबला है और विजेता को 2018 के विश्वग्रुप में जगह मिलेगी। (वार्ता)