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लंदन। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने यहां के फैन सेंट्रल ली वैली केंद्र में लगी हॉकी प्रदर्शनी '5 दशक, 50 चित्र' को देखने के बाद कहा कि इस प्रदर्शनी में भारतीय हॉकी की विरासत दिखाई देती है, जहां देश के दिग्गज खिलाड़ियों की भेंट की गईं जर्सियां उनके लिए प्रेरणा देने वाला कदम है। मेजर ध्यानचंद के परिवार से जुड़े चित्रों को भी इस प्रदर्शनी में खूब पसंद किया गया।
सुनील यश कालरा ने हॉकी म्यूजियम और कुलदीप अहलावत के साथ मिलकर इसे आयोजित किया है। कालरा प्रो स्पोर्टीफाई के सीईओ हैं और महिलाओं के खेलों को बढ़ावा देने के लिए बरसों से जुटे हुए हैं। उन्होंने इस म्यूजियम को प्रदर्शनी में लगे सभी चित्र भेंट किए।
1974 में महिलाओं के पहले विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तान अजिंदर कौर ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता मनोज कुमार भी मौजूद थे। अजिंदर कौर ने कहा कि प्रदर्शनी में पिछले 50 वर्षों की महिला हॉकी की स्थिति को बखूबी उभारा गया है। इसके लिए वे आयोजकों की आभारी हैं। उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम को विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
हॉकी म्यूजियम के माइक स्मिथ ने कहा कि हॉकी प्रदर्शनी के माध्यम से भारतीय हॉकी के अतीत को सामने रखना उनके लिए सम्मान की बात है। इससे हमारा हॉकी का संग्रह और संपन्न होगा। इसके आयोजक कुलदीप अहलावत ने भविष्य में भी ऐसी स्पर्धाओं को सामने लाने का वादा किया।
प्रदर्शनी में 1974 और 1978 के महिला वर्ल्ड कप और 1982 के एशियाई खेलों में महिला हॉकी से जुड़े चित्रों को दिखाया गया है और साथ ही उसके बाद के सफर को क्रमबद्ध तरीके से दिखाया गया है। इस दौरान एलिजा नेल्सन, राजबीर कौर, सूरजलता देवी, ममता खरब और सभी महिला कप्तानों और कोचों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है। (वार्ता)