सिंगापुर। ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू हाल के निराशाजनक प्रदर्शन को भुलाकर मंगलवार से यहां शुरू होने वाले 355,000 डॉलर इनामी सिंगापुर ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में फार्म में लौटने की कोशिश करेंगी।
सिंधू ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के पहले दौर में हार गई थी, जबकि मलेशिया ओपन में वह दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाई। इन दोनों टूर्नामेंट में उन्हें कोरिया की सुंग जी ह्यून ने हराया था। वह इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची, लेकिन चीन की ही बिंगजियाओ से हार गई थीं।
सिंगापुर में सिंधू भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगी। उनका पहला मुकाबला इंडोनेशिया की लायनी अलेसांद्रा मैनाकी से होगा। इस सत्र में खिताब जीतने वाली एकमात्र भारतीय साइना नेहवाल को पहले दौर में डेनमार्क की उदीयमान खिलाड़ी होयमार्क कयार्सफील्ड के खिलाफ सतर्कता बरतनी होगी।
पुरुष वर्ग में भारत की निगाहें किदाम्बी श्रीकांत पर टिकी रहेंगी। इस बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर 500 प्रतियोगिता में वह क्वालीफायर के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। अन्य खिलाड़ियों में एचएस प्रणय का सामना फ्रांस के ब्राइस लेवरडेज से, जबकि स्विस ओपन के फाइनलिस्ट बी साई प्रणीत का विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और शीर्ष वरीयता प्राप्त केंटो मोमोटा से होगा।
समीर वर्मा पहले दौर में क्वालीफायर से भिड़ेंगे। प्रणय जेरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की मिश्रित जोड़ी, अश्विनी पोनप्पा और सिक्की की महिला जोड़ी और मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी की पुरुष जोड़ी युगल में भारतीय चुनौती पेश करेंगे।