भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने बेहद कम उम्र में कड़ी मेहनत के दम पर कई इतिहास रचे हैं। 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद में जन्मीं सिंधु को उनके प्रशंसक जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। जानिए सिंधु से जुड़ी 10 खास बातें-
1. पीवी सिंधु के माता-पिता राष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं। पीवी सिंधु के पिता रामना अर्जुन अवार्ड विजेता हैं।
2. सिंधु ने अपने पिता के खेल वॉलीबॉल के बजाय बैडमिंटन इसलिए चुना क्योंकि वे पुलेला गोपीचंद को अपना आदर्श मानती हैं। वे उनके कोच भी हैं।
3. सिंधु ने 8 वर्ष की उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। 2012 में लंदन ओलिंपिक चैंपियन चीन की ली जुरेई को हराते हुए सबका ध्यान खींचा और सिर्फ 17 की उम्र में दुनिया की टॉप 20 खिलाड़ियों में स्थान बनाया।
4. 2013 में सिंधु ने मलेशिया में खिताब जीतते हुए अपना पहला ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड जीता।
5. 2013 में सिंधु ऐसी पहली भारतीय महिला बनीं जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में ब्रांज मेडल जीता था। इसके बाद से 2015 को छोड़कर उन्होंने 2019 तक हर वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीता।
6. 2016 के रियो ओलिंपिक के फाइनल में सिंधु स्पेन की कैरोलीना मारेन से हारकर उपविजेता रहीं और सिल्वर मेडल जीता। वे बैडमिंटन में ओलिंपिक का सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
7. पीवी सिंधु ने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स मिक्स्ड टीम इवेंट का गोल्ड, सिंगल का सिल्वर जीता। 2018 एशियन गेम्स में महिला सिंगल्स का सिल्वर जीता, 2014 में एशियन गेम्स में वीमेन टीम का ब्रांज जीता।
8. 2019 में सिंधु ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराया और गोल्ड मेडल जीता और पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं।
9. बैडमिंटन में उनके योगदान के लिए 2013 में अर्जुन अवॉर्ड, 2015 में पद्मश्री, 2016 में खेलरत्न और 2020 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। 2020 में बीबीसी ने पीवी सिंधु को इंडियन स्पोर्ट्स वूमन ऑफ द ईयर घोषित किया।
10. पीवी सिंधु ने 2018 और 2019 में फोर्ब्स की सर्वाधिक कमाई करने वाली महिला एथलीटों में जगह बनाई।