नई दिल्ली। पूजा गहलोत ने हंगरी के बुडापेस्ट में चल रही अंडर-23 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में शुक्रवार को रजत पदक जीतकर भारत को प्रतियोगिता में दूसरा पदक दिला दिया जबकि ज्योति को 50 किग्रा के कांस्य पदक मुकाबले और नैना को 72 किग्रा के रेपेचेज़ में हार का सामना करना पड़ा।
पूजा ने 53 किग्रा में क्वालिफिकेशन में रूस की एकातेरिना वेरबीना को 8-3 से तथा क्वार्टरफाइनल में ताइपे की मेंग सुआन सीह को 8-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई जहां उन्होंने तुर्की की जेनैप येतगिल को 8-4 से शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया।
पूजा का स्वर्ण पदक के लिए जापान की हारुना ओकुनो से मुकाबला हुआ जिसमें उन्हें नजदीकी संघर्ष में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा और रजत से संतोष करना पड़ा।
भारत का इस प्रतियोगिता में यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले पुरुष फ्रीस्टाइल में रविंदर 61 किग्रा के फाइनल में पहुंचे थे और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा था। भारत ने इस तरह अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार कर लिया है। भारत ने पिछली चैंपियनशिप में एक रजत पदक जीता था।
ज्योति को 50 किग्रा में सेमीफाइनल में जापान की कीका कगाता से 4-15 से हार का सामना करना पड़ा था और कांस्य पदक मुकाबले में उन्हें रूस की नादेजदा सोकोलोवा से 0-10 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस बीच 72 किग्रा में नैना को क्यूबा की मिलियम्स पोट्रिले ने 13-3 से पराजित किया लेकिन पोट्रिले के फाइनल में पहुंचने से नैना को रेपेचेज़ में उतरने का मौका मिला लेकिन उन्हें रूस की एवगेनिया जाखरचेंको से 0-10 से हार का सामना करना पड़ा और वह बाहर हो गईं।
अन्य वजन वर्गों में पिंकी को 57 किग्रा के क्वार्टरफाइनल में कनाडा की हना टेलर से नजदीकी संघर्ष में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। टेलर के सेमीफाइनल में हारने से पिंकी की रेपेचेज़ में उतरने की उम्मीदें टूट गईं।
62 किग्रा में रेशमा माने को प्री क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की इलोना प्रोकोपेवन्यूक से 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। यूक्रेन की पहलवान को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जिसके साथ रेशमा बाहर हो गईं।
65 किग्रा में निशा को क्वालिफिकेशन में अमेरिका की माया नेलसन ने 11-3 से पराजित किया। नेलसन फिर क्वार्टरफाइनल में हार गईं जिससे निशा की उम्मीदें टूट गईं। इससे पहले कल 55 किग्रा में रानी राणा, 59 किग्रा में पूजा, 68 किग्रा में सुमन और 76 किग्रा में पूजा हार कर बाहर हो गई थीं।