बेंगलुरू: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पैरालंपिक खिलाड़ियों के स्वदेश लौटने पर उनकी मेजबानी करेंगे। खिलाड़ियों को समय देने के लिये प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए ठाकुर ने कहा, उन्होंने (प्रधानमंत्री) ने ओलंपियन की भारत लौटने पर मेजबानी की थी, वह पैरालंपियन के लौटने पर भी ऐसा करेंगे।
ठाकुर ने इसके साथ ही सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों से 2024 और 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिये बड़ी योजनाएं बनाने के लिये कहा ताकि भारत आगे भी अपनी स्थिति में सुधार कर सके।
ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, सभी खेल महासंघों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी और हमें बड़ी योजनाएं तैयार करने के लिये मिलकर काम करना होगा ताकि 2024 और 2028 ओलंपिक खेलों में भारत की स्थिति में आगे और सुधार हो।
ठाकुर यहां कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिये आये हुए हैं जिनमें खिलाड़ियों से मिलना भी शामिल है।उन्होंने कहा कि सरकार ने खिलाड़ियों को महत्व दिया जिससे लोगों का खेलों के प्रति धारणा बदली है। इसी का परिणाम है कि भारत ने ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया।
ठाकुर ने कहा, सबसे अहम बात है कि खेलों के प्रति रवैया बदलना। जब सरकार प्रत्येक तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं खिलाड़ियों से बात करके उन्हें प्रोत्साहित करते हैं तो इससे पूरे समाज के प्रत्येक वर्ग पर प्रभाव पड़ता है फिर चाहे वह कोई व्यक्ति हो, कारपोरेट या खेल संघ या कोई और संगठन।
भारतीय खेलों के इतिहास में तोक्यो पैरालंपिक का हमेश विशेष स्थान रहेगा: प्रधानमंत्री मोदी
टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारतीय खेलों के इतिहास में तोक्यो पैरालंपिक का हमेश विशेष स्थान रहेगा।
प्रधानमंत्री ने खासतौर पर तोक्यो के लोगों की और मेजबान देश की जनता के साथ ही वहां की सरकार की भी सराहना की और कहा कि उनके बेजोड़ आतिथ्य, और इस ओलंपिक के जरिए एकजुटता का संदेश फैलाने के लिए उनकी सराहना की जानी चाहिए।
मोदी ने कहा,भारतीय खेलों के इतिहास में तोक्यो पैरालंपिक का हमेश विशेष स्थान रहेगा। प्रत्येक भारतीय की स्मृति में ये खेल अंकित रहेंगे और खेलों के प्रति जुनून के लिए खिलाड़ियों की पीढ़ियों को प्रोत्साहित करते रहेंगे। इस दल का प्रत्येक सदस्य विजेता है और प्रेरणा स्रोत है।
गौरतलब है कि भारत ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक मिलाकर कुल 19 पदक जीते और पैरालंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिससे देश पदक तालिका में 24वें स्थान पर रहा।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत ने ऐतिहासिक संख्या में पदक जीते हैं और उससे हम प्रसन्नता से भरे हैं। मैं कोच, सहयोगी कर्मचारियों और खिलाड़ियों के परिवारों की सराहना करता हूं कि उन्होंने खिलाड़ियों को लगातार सहयोग दिया। हम खेलों में बेहतर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस सफलता को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं। (भाषा)