टोक्यो। भारत के निषाद कुमार ने रविवार को यहां तोक्यो पैरालंपिक की पुरूषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रिकार्ड के साथ रजत पदक जीता। 21 वर्षीय कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रिकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे। अमेरिका के डलास वाइज को भी रजत पदक दिया गया क्योंकि उन्होंने और कुमार दोनों ने समान 2.06 मीटर की कूद लगाई। एक अन्य अमेरिकी रोडरिक टाउनसेंड ने 2.15 मीटर की कूद के विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में एक अन्य भारतीय राम पाल 1.94 मीटर की कूद से पांचवें स्थान पर रहे।
टी47 क्लास स्पर्धा में एथलीट के एक हाथ के ऊपरी हिस्से में विकार होता है जिससे उसके कंधे, कोहनी और कलाई से काम करने पर कुछ असर पड़ता है। हिमाचल प्रदेश के ऊना के कुमार ने एक दुर्घटना में अपना दायां हाथ गंवा दिया, तब वह 8 वर्ष के थे। साल के शुरू में जब वह बेंगलुरू के भारतीय प्राधिकरण केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे थे तो कोविड-19 से भी संक्रमित हो गये थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- टोक्यो से एक और खुशी की खबर आई है। बहुत खुश हूं कि निषाद कुमार ने पुरूषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में रजत पदक जीत लिया है। वे उत्कृष्ट कौशल वाले शानदार एथलीट हैं। उन्हें बधाई।
कुमार ने साल के शुरू में दुबई में हुई फाज्जा विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में पुरूषों की ऊंची कूद टी46/47 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने 2009 में पैरा एथलेटिक्स में हिस्सा लेना शुरू किया था।
यह भारत का तोक्यो पैरालंपिक में दूसरा पदक है। उनसे पहले भाविनाबेन पटेल ने रविवार को महिलाओं की एकल टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा में रजत पदक जीता।
विनोद कुमार को ब्रांज : विनोद कुमार ने अपने देश को गौरवान्वित किया है। मेंस F52 डिस्कस थ्रो कैटेगरी में विनोद 19.91 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। हालांकि उन्होंने भी अपने थ्रो से एशियन रिकॉर्ड कायम किया है।
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— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 29, 2021
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >विनोद ने 17.46 मीटर, 18.32 मीटर, 17.80 मीटर, 19.12 मीटर, 19.91 मीटर और 19.81 मीटर का डिस्कस थ्रो अटैम्प्ट किया। उनका बेस्ट अटैम्प्ट पांचवें ट्राई में आया। पोलैंड के पियोटल कोसेविच ने 20.02 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। वहीं क्रोएशिया के वेलिमिर सैंडोर ने 19.98 मीटर थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता।