नई दिल्ली। 5 बार की विश्व चैंपियन तथा ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को राजधानी के आईजी स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स स्थित केडी जाधव हॉल में 15 से 24 नवंबर तक होने वाली आईबा महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया है।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की महानिदेशक नीलम कपूर की मौजूदगी में यहां बुधवार को आईजी स्टेडियम में विश्व चैंपियनशिप का 'लोगो' और गीत लांच करते हुए यह घोषणा की। इस अवसर पर मैरीकॉम के साथ साथ विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले अन्य सभी भारतीय मुक्केबाज, कोच तथा सपोर्ट स्टाफ मौजूद था।
मैरीकॉम पांच बार विश्व खिताब जीत चुकी हैं और 2014 एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता भी हैं। उन्हें चैंपियनशिप के 10वें संस्करण के लिए ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया है। वह अपने घर में दूसरी बार आयोजित हो रही विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के इरादे से उतरेंगी।
भारत ने 2006 में विश्व चैंपियनशिप का आयोजन किया था और तब उसने चार स्वर्ण पदक जीतकर टीम चैंपियनशिप अपने नाम की थी। मैरीकॉम ने अपने लिए इसे एक गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए कहा, 'मैं मुक्केबाजी संघ का धन्यवाद करना चाहती हूं, जिसने मुझे ब्रांड एम्बेसेडर चुना है। हम इस समय काफी मजबूत हैं और विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करने तथा देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने को तैयार हैं।
भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी विश्व चैंपियनशिप होगी, जिसमें 73 देशों से 325 से ज्यादा मुक्केबाज हिस्सा लेंगे। इन देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, जर्मनी, थाईलैंड, इंग्लैंड और बुल्गारिया शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले वर्ष गुवाहाटी में युवा विश्व चैंपियनशिप का आयोजन किया था। इस साल सीनियर विश्व एलीट चैंपियनशिप का आयोजन कर रहे हैं, जिससे यह साबित होता है कि भारत मुक्केबाजी में काफी आगे जा चुका है।
अजय ने साथ ही कहा कि इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय मुक्केबाजों ने नौ पदक जीते जबकि एशियाई खेलों में अमित पंघल ने स्वर्ण पदक जीता। इस चैंपियनशिप में भी हमारे मुक्केबाज शानदार प्रदर्शन करेंगे और यह ऐसा खेल है, जिसके लिए मुझे पूरी उम्मीद है कि हम टोक्यो ओलंपिक में भी पदक जीत सकेंगे।
पूर्व विश्व चैंपियनशिप एल सरिता देवी ने कहा कि भारत ने 2006 में विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी की थी और तब हमने टीम चैंपियनशिप जीती थी। मैं 17 साल से मुक्केबाजी कर रही हूं और मैं उम्मीद करूंगी कि अपने घर में इस बार भी स्वर्ण पदक जीतूं। 2012 के लंदन ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी को शामिल किए जाने के बाद प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी हो गई है लेकिन हम सभी मुक्केबाजों की तैयारी पूरी है और सभी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार हैं।
विश्व चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है- मैरीकॉम (48 किग्रा), पिंकी जांगड़ा (51), मनीषा मौन (54), सोनिया (57), एल सरिता देवी (60), सिमरनजीत कौर (64), लवलीना बोरगोहेन (69), स्वीटी बूरा (75), भाग्यवती कचरी (81) और सीमा पूनिया (81+)।