Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में जाने से पहले अपने आपको नर्वस महसूस कर रही हैं मेरीकॉम जानिए क्यों?

हमें फॉलो करें विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में जाने से पहले अपने आपको नर्वस महसूस कर रही हैं मेरीकॉम जानिए क्यों?
, शनिवार, 28 सितम्बर 2019 (20:39 IST)
नई दिल्ली। मेरीकॉम विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में सबसे सफल मुक्केबाज हैं लेकिन भारतीय दिग्गज एमसी मेरीकॉम ने कहा कि 9वीं बार इस शीर्ष प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले वह ‘नर्वस’ हैं और ऐसा प्रतिस्पर्धा के कारण नहीं बल्कि स्वदेश में लगाई जा रही उम्मीदों की वजह से है। 
 
मेरीकॉम ने अब जिन 8 विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है उनमें उन्होंने 6 स्वर्ण और एक रजत पदक जीता है। उन्होंने पिछली बार 2018 में दिल्ली में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। 
 
आंकड़ों में तो वह इस प्रतियोगिता की सबसे सफल मुक्केबाज हैं। उन्हें अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) से ‘मैग्निफिसेंट मेरी’ का तमगा भी मिला है। 
webdunia
रूस के उलान उदे में 3 से 13 अक्टूबर के बीच होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले मेरीकॉम ने कहा, मैं हमेशा कहती हूं कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी लेकिन पदक की गारंटी नहीं दे सकती। मैं खुद से ही यही कहती हूं लेकिन दबाव हमेशा बना रहता है और इससे उबरने को लेकर दबाव बना रहता है। इससे आप नर्वस हो सकते हो। 
 
मेरीकॉम और अन्य भारतीय मुक्केबाज रविवार की सुबह रूस रवाना होंगे। उन्होंने कहा, विश्व चैंपियनशिप मेरे लिए जाना पहचाना मंच है लेकिन प्रतिस्पर्धा हमेशा नई होती है। मैं इसके लिए तैयार हूं। 
 
मेरीकॉम का 48 किग्रा में दबदबा रहा है। उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक में कांस्य और 2014 में एशियाई खेलों में स्वर्ण इसी भार वर्ग में जीता था लेकिन उनका कोई भी विश्व खिताब 51 किग्रा में नहीं है। 
 
उन्होंने कहा, मैंने दोनों भार वर्गों (48 और 51 किग्रा) में अच्छे परिणाम हासिल किए लेकिन दमखम हमेशा चुनौती रहती है। आगामी विश्व चैंपियनशिप के लिए भी मेरा इसी पर ध्यान है और मैं इसके लिए तैयार हूं। यह मेरे लिए नया भार वर्ग नहीं है लेकिन मैं फिर से दोहराना चाहूंगी कि परिणाम की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। मेरीकॉम ने कहा, मैं केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं और अगर मैं इसमें सफल रही तो स्वर्ण पदक जीतना मुश्किल नहीं है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जाबिर मदारी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में, दुती चंद 100 मीटर की हीट बाहर