भुवनेश्वर। प्रस्तावित प्रो लीग को हॉकी की लोकप्रियता बढ़ाने की दिशा में अहम कदम बताते हुए अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि इससे लोगों की यह शिकायत दूर हो जाएगी कि उन्हें साल में कुछ ही महीने हॉकी टीवी पर देखने को मिलती है।
हॉकी प्रो लीग 'होम एंड अवे' आधार पर खेला जाने वाला राउंड रॉबिन टूर्नामेंट है, जो 2019 में शुरू होगा और जनवरी से जून तक 9 पुरुष और 9 महिला टीमें इसमें भाग लेंगी। इसमें से 4 टीमें ग्रांड फाइनल में खेलेंगी।
बत्रा ने इंटरव्यू में कहा कि लोगों को हमेशा यह शिकायत रहती थी कि टीवी पर सालभर अंतरराष्ट्रीय हॉकी देखने को नहीं मिलती लेकिन प्रो लीग से वे जनवरी से जून तक सप्ताहांत में मैच देख सकेंगे। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी सत्र शुरू हो जाएगा तो सालभर टीवी पर हॉकी देखने को मिलेगी और दर्शक संख्या बढ़ेगी, जो खेल की लोकप्रियता के लिए बहुत जरूरी है। हॉकी विश्व लीग फाइनल में कई टीमों ने प्रारूप और शेड्यूलिंग की शिकायत की लेकिन बत्रा ने कहा कि उन्हें दोनों में कोई खामी नजर नहीं आती।
टूर्नामेंट में भाग ले रहीं सभी 8 टीमों ने क्वार्टर फाइनल खेला और ग्रुप चरण में सभी मैच जीतकर शीर्ष पर रहने वाली बेल्जियम जैसी टीम क्वार्टरफाइनल हारकर बाहर हो गई, वहीं अर्जेंटीना टीम ने लगातार क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल खेलने के बाद शेड्यूल की शिकायत की थी।
बत्रा ने कहा कि यह प्रारूप बदलने वाला नहीं है, क्योंकि इससे लोगों की टूर्नामेंट में दिलचस्पी बनी रहती है। सभी टीमों के पास आखिर तक दौड़ में बने रहने का मौका होता है। हो सकता है कि कुछ को यह पसंद नहीं आ रहा हो लेकिन मुझे इसमें कोई खामी नजर नहीं आती।
वहीं शेड्यूलिंग के बारे में उन्होंने कहा कि यह शेड्यूल रातोरात नहीं बना है और बहुत पहले से तय हो गया था। इसे लेकर किसी को शिकायत नहीं करनी चाहिए कि किसी टीम को 1 दिन ज्यादा आराम मिला और किसी को नहीं, क्योंकि यह तय नहीं था कि कौन-सी टीम कब खेलेगी?
अगले साल होने वाले सीनियर पुरुष हॉकी विश्व कप को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए बत्रा ने कहा कि टूर्नामेंट यहीं होगा और उन्हें पूरा यकीन है कि हॉकी विश्व लीग फाइनल की तरह यह भी बेहद सफल होगा।
अगले साल नवंबर-दिसंबर में विश्व कप होना है लेकिन शादी-ब्याह का मौसम और प्रतिभागी टीमों, स्टाफ और बड़ी तादाद में आने वाले हॉकीप्रेमियों के लिए अच्छे होटलों की कमी के कारण अटकलें लगाई जा रही थीं कि इसे अन्यत्र स्थानांतरित किया जाएगा। आलम यह है कि अभी से सारे अच्छे होटल अगले साल विश्व कप के लिए बुक हो चुके हैं।
बत्रा ने कहा कि पता नहीं कौन ये अफवाहें फैला रहा है कि विश्व कप कहीं और होगा? यह सब बकवास है और इन पर प्रतिक्रिया देना भी समय की बर्बादी है। हॉकी विश्व लीग फाइनल में आपने देखा कि भारत से इतर मैचों में भी स्टेडियम भरे रहे हैं। खेल की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए यह अच्छा प्लेटफॉर्म है। छोटे शहरों में वैसे भी बड़े टूनार्मेंट कम ही होते रहे हैं लिहाजा लोगों में बहुत उत्साह है, जो खेल के लिए जरूरी है।
भारतीय ओलंपिक संघ के बारे में पूछने पर भावी अध्यक्ष बत्रा ने कहा कि इसके बारे में 14 दिसंबर के बाद ही मैं बात करूंगा। (भाषा)