इस्तांबुल। ब्रिटेन के लुईस हेमिल्टन ने तुर्की ग्रां प्री में रविवार को शानदार जीत हासिल की और जर्मनी के लीजेंड माइकल शूमाकर के फार्मूला वन में सात विश्व खिताब के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। हेमिल्टन इसके साथ ही फार्मूला वन इतिहास के सबसे सफल रेसर बन गए।
मर्सिडीज के रेसर हेमिल्टन ने गीले और फिसलन भरे ट्रैक पर शानदार प्रदर्शन किया और अपने करियर की रिकॉर्ड 94वीं जीत हासिल की। उन्होंने इस सत्र में तीन रेस शेष रहते अपना विश्व खिताब सुनिश्चित कर लिया। फेरारी के लीजेंड रेसर शूमाकर के नाम सात विश्व खिताब हैं जिसकी अब हेमिल्टन ने बराबरी कर ली है। हेमिल्टन जर्मन रेसर के अधिकतर रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं।
35 वर्षीय हेमिल्टन के करियर की यह 94वीं जीत है जबकि शूमाकर ने अपने करियर में 91 जीत हासिल की थी। हैमिल्टन ने 13 साल पहले अपनी पहली फॉर्मूला वन रेस जीती थी और वह अब शूमाकर के रिकॉर्ड की बराबरी पर आ गए हैं। हेमिल्टन के नाम सर्वाधिक रेस जीत, पोल पोजीशन और पोडियम फिनिश हैं।
हेमिल्टन ने अपने टीम साथी फ़िनलैंड के वाल्टेरी बोटस को 12 लैप शेष रहते पीछे छोड़ा और लगातार बढ़त बनाए रखते हुए जीत अपने नाम की। शूमाकर के सात विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करने के बाद हेमिल्टन अपने आंसू नहीं रोक पाए। बोटास के लिए यह रेस निराशाजनक रही और वह 14वें स्थान पर रहे।
हेमिल्टन दूसरे स्थान पर रहे मैक्सिको के सर्जियो पेरेज से 31.6 सेकंड आगे रहे। हेमिल्टन ने 1:42:19.313 का समय निकाला। इस रेस का आयोजन कोरोना के कारण दर्शकों के बिना किया गया। हेमिल्टन की टीम मर्सिडीज ने लगातार सातवें साल कंस्ट्रक्टर्स चैंपियनशिप पहले ही जीत ली थी। मर्सिडीज के 504 अंक हो गए हैं जबकि रेड बुल रेसिंग 240 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं और काफी पीछे है।
हेमिल्टन के इस जीत के बाद 307 अंक हो गए हैं और वह अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बोटास से 110 अंक आगे हैं जिनके 197 अंक हैं। इस सत्र में अभी तीन रेस बाकी हैं और बोटास अब उनसे आगे नहीं निकल सकते हैं।
उन्होंने जीत के बाद कहा, 7 अविश्वसनीय नंबर है लेकिन जब आप ऐसे शानदार ग्रुप के साथ काम करते हैं और एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं तो ऐसी कामयाबी मिलती है। हेमिल्टन को पेरेज और तीसरे स्थान पर रहे फेरारी के सेबस्टियन वेटल ने बधाई दी। वेटल ने कहा कि हेमिल्टन उनके युग के महान रेसर हैं।
हेमिल्टन ने 2008, 2014, 2015, 2017, 2018, 2019, 2020 में फार्मूला वन चैंपियनशिप जीती है जबकि शूमाकर ने 1994, 1995, 2000, 2001, 2002, 2003, 2004 में ऍफ़ वन चैंपियनशिप जीती थी।