पिछले 55 साल में किसी बड़े खिताब का इंतजार कर रहे इंग्लैंड ने डेनमार्क को हराकर यूरो कप के फाइनल में जगह बनाई। रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने डेनमार्क को 2-1 से हराया और फाइनल में पहुंची। फाइनल में अब इंग्लैंड का सामना इटली से होगा।
डेनमार्क के खिलाफ सेमीफाइनल मैच के दौरान एक इंग्लिश फैन की एक हरकत ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया। दरअसल, एक फैन ने डेनमार्क के गोलकीपर कैस्पर स्माइकल का ध्यान भटकाने के लिए उस वक्त उसके चहरे पर लेजर फ्लैश किया जब वो इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन के पेनल्टी शूटआउट को रोकने की तैयारी में थे।
हालांकि, स्माइकल उस पेनाल्टी को बचाने में सफल रहे लेकिन हैरी केन ने रिबाउंड पर गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया। हैरी कर्ण के 104वें मिनट में किए गए इस गोल की बदौलत इंग्लैंड पहली बार यूरो कप के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा।
यूईएफए ने भी इस पूरी घटना की आलोचना की और इंग्लैंड के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की घोषणा कर दी। एक फुटबॉल पत्रकार ने लिखा, “हर जगह सीसीटीवी है तो बेवकूफ की तस्वीर पहचाना चाहिए और मुकदमा चलाया जाए जेल में डाला और जीवन भर के लिए फुटबॉल से प्रतिबंधित कर दिया।”
जानकारी के लिए बता दें कि इंग्लैंड 1966 के बाद पहली बार किसी बड़े इवेंट के फाइनल में पहुंचा है। 1966 टीम ने एकमात्र खिताब के रूप में विश्व कप पर कब्जा जमाया था। पिछले 55 सालों में टीम को एक या दो बार नहीं पूरे चार बार सेमीफाइनल में मिली हार का सामना करना पड़ा। तीन सेमीफाइनल (1990, 1996 और 2018) तो इंग्लैंड ने पेनल्टी शूटआउट में गंवाए थे।