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डेविस कप को लेकर भारत-पाक में तनातनी, AITA की चेतावनी- नहीं बदला स्थान तो रद्द करें मुकाबले

हमें फॉलो करें डेविस कप को लेकर भारत-पाक में तनातनी, AITA की चेतावनी- नहीं बदला स्थान तो रद्द करें मुकाबले
, बुधवार, 14 अगस्त 2019 (19:23 IST)
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव चल रहा है और इसका असर दोनों देशों के बीच खेल संबंधों पर भी पड़ रहा है। अब डेविस कप के मुकाबलों को लेकर अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) नेे अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) से कहा कि वे पाकिस्तान के खिलाफ इस्लामाबाद में डेविस कप मुकाबले को या तो स्थगित करें या ‘स्वत: संज्ञान’ लेकर तटस्थ स्थान पर मुकाबला कराएं।
 
पहले से अधिक आक्रामक रवैया अपनाते हुए एआईटीए ने कहा है कि 14-15 सितंबर को होने वाले एशिया ओसियाना ग्रुप एक मुकाबले के लिए वह तटस्थ स्थान का आग्रह नहीं करेगा, जैसा कि आईटीएफ ने कहा है।
 
एआईटीए चाहता है कि आईटीएफ मौजूदा स्थिति के आधार पर फैसला करे और संघ ने साथ ही हैरानी जताई कि वैश्विक संचालन संस्था भारत को आग्रह करने के लिए कह रही है जबकि इसकी जिम्मेदारी आईटीएफ की है।
 
आईटीएफ के कार्यकारी निदेशक जस्टिन एल्बर्ट को लिखे पत्र में एआईटीए ने कहा कि मौजूदा स्थिति में आईटीएफ का निदेशक मंडल संभवत: दो विकल्पों पर विचार करना चाहेगा।
 
पहला- इस डेविस कप मुकाबले को नवंबर/दिसंबर तक स्थानांतरित कर दिया जाए और उम्मीद करते हैं कि तब स्थिति बेहतर हो जाएगी।
 
दूसरा- मौजूदा स्थिति अनुकूल नहीं लग रही इसलिए आपके सुरक्षा सलाहकारों की रिपोर्ट के हमारे नजरिए के अनुसार आईटीएफ का निदेशक मंडल स्वत: संज्ञान लेते हुए आईटीएफ के खर्चे पर इस डेविस कप मुकाबले को तटस्थ स्थान पर कराने का फैसला कर सकता है। 
 
सुरक्षा इंतजामों पर आईटीएफ ने जताई थी संतुष्टि : अल्बर्ट ने इससे पहले ई-मेल लिखकर कहा था कि आईटीएफ इस्लामाबाद में मौजूदा सुरक्षा इंतजामों से संतुष्ट है। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने पर पाकिस्तान के साथ राजनयिक रिश्ते कम करने के बाद आईटीएफ ने यह टिप्पणी की थी।
 
अल्बर्ट ने कहा था कि हम हैरान और बेहद चिंतित हैं कि एआईटीए ने अब तक वीजा हासिल नहीं किया है जबकि वीजा आमंत्रण पत्र 23 जुलाई को मिल गया था। डेविस कप नियमों के अनुसार वीजा आवेदन जरूरतों को पूरा करना मेहमान देश की जिम्मेदारी है। 
 
यह प्रतिक्रिया एआईटीए के ई-मेल पर आई थी जिसमें पाकिस्तान की राजधानी में पुन: सुरक्षा जांच की मांग की गई थी। एआईटीए ने कहा कि वह आईटीएफ के जवाब से ‘निराश’ है।
 
एआईटीएफ के महासचिव हिरण्मय चटर्जी द्वारा आईटीएफ को लिखे पत्र के अनुसार, ‘पाकिस्तान का दौरा करने के हमारे इंतजामों को लेकर आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारे पास वीजा आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय है। अगर आपके पहले से अलग कोई सूचना है तो हमें बताइए।
 
तनाव की ओर दिलाया ध्यान : एआईटीएफ ने कहा कि आईटीएफ को गौर करने की जरूरत है कि पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक रिश्ते कम कर दिए हैं और भारतीय उच्चायुक्त को जाने के लिए कहा है। चटर्जी ने कहा कि इस्लामाबाद में अब हमारा उच्चायुक्त नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच ट्रेन सेवा बंद हो गई है। भारत और पाकिस्तान के बीच बस सेवा को भी तुरंत प्रभाव से रोक दिया गया है। पाकिस्तान में काफी तनाव है। भारतीय विमानों के लिए वायु क्षेत्र को भी बंद किया गया है।
 
शुक्रवार को हो सकती है टेलीफोन पर बातचीत : चटर्जी ने कहा कि एआईटीए और आईटीएफ के सुरक्षा सलाहकारों के बीच शुक्रवार को टेलीफोन पर चर्चा हो सकती है और अगर भारत सुरक्षा इंतजामों और हमारी संबंधित टीमों के बीच चर्चा से संतुष्ट होता है तो सब कुछ ठीक होगा।
 
उन्होंने कहा कि अगर एआईटीए संतुष्ट नहीं होता है तो हम आईटीएफ के निदेशक मंडल से आग्रह करेंगे कि इस डेविस कप मुकाबले में सुरक्षा से सबंधित मुद्दे पर हमें अपना पक्ष रखने का मौका दें।
 
चटर्जी ने कहा कि अगर आईटीएफ का निदेशक मंडल और डेविस कप समिति बढ़ते तनाव के कारण भविष्य को लेकर शत-प्रतिशत निश्चित नहीं होती है तो निदेशक मंडल के पास अधिकार है कि वह या तो मुकाबले को स्थगित कर दें या इसका आयोजन तटस्थ स्थान पर करें।

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