गोल्ड कोस्ट। भारतीय कोच सोर्ड मारिने ने कहा कि जब उन्होंने शनिवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी टीम को खेलते हुए देखा तो उन्हें लगा कि वे जिस टीम को कोचिंग दे रहे हैं, यह वो टीम नहीं है जिसने बढ़त गंवाकर निराशाजनक 2-2 से ड्रॉ खेला।
पूल बी मैच के समाप्त होने के बाद उन्होंने कहा कि शनिवार को मैं टीम को पहचान नहीं सका, क्योंकि मैं पिछले 5 महीनों से जिस टीम को कोचिंग दे रहा हूं, यह वैसी नहीं लगी। यह पूछने पर कि पाकिस्तान की हाल की खराब फॉर्म को देखते हुए भारतीय टीम ने ढिलाई बरती? तो मारिने ने कहा कि कभी-कभार अगर आप नर्वस होते हो तो भी आप थोड़े रिलैक्स दिख सकते हो।
उन्होंने कहा कि टीम का लेवल काफी नीचे रहा। यह शायद इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि हम पाकिस्तान से खेल रहे थे और यह इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि हम टूर्नामेंट का पहला मैच खेल रहे हैं। मैं अब परिणाम नहीं बदल सकता, हम अब अगले मैच (रविवार को वेल्स के खिलाफ) पर निगाह लगाए हैं।
नीदरलैंड्स के कोच ने कहा कि उनके खिलाड़ियों ने पाकिस्तान को बेहतर टीम दिखाने में मदद की जिसमें मैच के पहले 30 मिनट में जज्बे की कमी दिख रही थी। निश्चित रूप से हम खुश नहीं हैं, लेकिन खिलाड़ी मुझसे भी ज्यादा निराश हैं। हमें देखना होगा कि ऐसा क्यों हुआ, यही सबसे अहम है। मैं इस प्रदर्शन से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हूं।
मारिने ने कहा कि अगर आप मैच देखो तो हमें बेसिक्स में सुधार करना होगा। हमने पाकिस्तान को अच्छा खेलने दिया। मैं टीम से फीडबैक लेना चाहता हूं, उन्हें क्या महसूस हुआ? रणनीति स्पष्ट थी लेकिन फिर भी वे रास्ते से भटक गए। (भाषा)