चंडीगढ़। देश में इस समय सभी की निगाहें टोक्यो ओलंपिक पर है। लोग पदक की आस में खिलाड़ियों की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को तो सभी पूछते है लेकिन बाद कई खिलाड़ी ऐसे भी होते है जो गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं।
ऐसा ही कुछ हुआ बॉक्सर रितु के साथ जो फिलहाल चंडीगढ़ में सेक्टर 22 की पार्किंग स्लॉट में पर्चियां काटकर अपना गुजारा कर रही है। रितु राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी है और कई पदक भी जीत चुकी है।
रितु ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मैंने राष्ट्रीय स्तर कई मैच खेले और कई पदक जीते। परिवार ने मेरा समर्थन किया पर संस्थाओं से मुझे कोई सपोर्ट या स्कॉलरशिप नहीं मिली। मेरे पिता बीमार है इसलिए मुझे खेल छोड़ना पड़ा। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सरकार उनकी मदद करेगी।