मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलियन ओपन में इस बार महिलाओं के वर्ग से कौन विजेता का ताज पहनेगा इसका फैसला चौथी वरीयता प्राप्त नाओमी ओसाका और चेक गणराज्य की आठवीं वरीयता प्राप्त पेत्रा क्वितोवा के बीच खेले जाने वाले फाइनल से तय होगा। नाओमी ओसाका ने कैरोलिना प्लिसकोवा को और क्वितोवा ने डेनिएले कोलिंस को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया।
जापान की 21 वर्षीय ओसाका ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए सातवीं वरीय चेक गणराज्य की 26 वर्षीय कैरोलिना प्लिसकोवा को एक घंटे 53 मिनट में 6-2, 4-6, 6-4 से हराया जबकि अन्य सेमीफाइनल में 28 वर्षीय क्वितोवा ने अमेरिका की गैर वरीय 25 वर्षीय डेनियल कोलिंस को एक घंटे 34 मिनट में 7-6, 6-0 से पराजित किया।
ओसाका ने पिछले साल यूएस ओपन के फाइनल में अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को हराकर खिताब जीता था। ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली एशिया की दूसरी टेनिस खिलाड़ी हैं। उनसे पहले चीन की ली ना ने तीन बार (2011, 2013, 2014) इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी और वह 2014 में चैंपियन भी बनी थीं।
ओसाका अगर खिताब जीत लेती है तो पिछले चार साल में अमेरिकी ओपन और ऑस्ट्रेलियाई ओपन लगातार जीतने वाली सेरेना के बाद पहली महिला होंगी। ऐसे में वह विश्व रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप को पछाड़कर नंबर वन भी हो जाएगी।
क्वितोवा का इससे पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन में सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 2012 में सेमीफाइनल तक पहुंचना रहा था। क्वितोवा किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में तीसरी बार पहुंची हैं। इससे पहले वह 2011 और 2014 में विंबलडन के फाइनल में पहुंची थीं और चैंपियन भी बनी थीं।