मियामी। ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने पांचवीं सीड चेक गणराज्य की कैरोलीना प्लिस्कोवा को 7-6 (7/1), 6-3 से पराजित करते हुए मियामी ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया है।
ऑस्ट्रेलियन ओपन में शिकस्त झेलने के बाद बार्टी ने अपने खेल में खासा सुधार किया और मियामी के रूप में अपने करियर का सबसे बड़ा डब्ल्यूटीए खिताब जीत लिया। 22 वर्षीय बार्टी ने पांच वर्ष पहले पेशेवर टेनिस से संन्यास ले लिया था लेकिन फरवरी 2016 में उन्होंने वापसी कर ली। उन्होंने गत सितंबर में यूएस ओपन युगल खिताब जीता था।
15 साल की उम्र में बार्टी ने जूनियर विंबलडन खिताब जीता था, मियामी खिताब की बदौलत वह विश्व रैंकिंग में 11वें से 9वें नंबर पर पहुंच जाएंगी और जून 2013 में सैम स्तोसुर के बाद शीर्ष 10 में पहुंचने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन जाएंगी।
बार्टी ने जीत के बाद कहा, ऐसा लग रहा है कि यह बहुत पहले की बात है जब मैंने ब्रेक लिया और अब वापसी कर ली। मुझे कुछ ही वर्षो में यह अहसास हो रहा है कि मैं एक अलग इंसान हूं। मुझे लगता है कि मैं एक संपूर्ण खिलाड़ी बन गई हूं और बेहतर भी। मैं एक औसत क्रिकेटर से बेहतर टेनिस खिलाड़ी बन गई हूं और दुनिया में किसी भी खिलाड़ी से मुकाबला कर सकती हूं। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने मैच में प्लिस्कोवा के खिलाफ 15 एस और 41 विनर्स लगाए।
बार्टी की जीत के साथ यह पहला मौका है जब एक सत्र में 14 डब्ल्यूटीए स्पर्धाओं में सभी 14 विजेता भिन्न हैं। उपविजेता चेक खिलाड़ी प्लिस्कोवा भी रैंकिंग में चौथे नंबर पर पहुंच जाएंगी। वह इस वर्ष पांच टूर्नामेंटों के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची हैं। 27 वर्षीय चेक खिलाड़ी ने गत वर्ष यूएस ओपन के अंतिम 16 राउंड में बार्टी को 6-4, 6-4 से हराया था।