शीतकालीन ओलंपिक में इकलौते भारतीय आरिफ खान जायंट स्लालोम में 45वें स्थान पर रहे

Webdunia
रविवार, 13 फ़रवरी 2022 (18:58 IST)
बीजिंग: शीतकालीन ओलंपिक में भारत के एकमात्र प्रतिभागी अल्पाइन स्कीअर आरिफ खान रविवार को यहां जायंट स्लालोम स्पर्धा में 45वें स्थान पर रहे।जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले के 31 वर्षीय आरिफ खान ने यानकिंग नेशनल अल्पाइन स्कीइंग सेंटर में खराब मौसम में हुई दो रेस में मिलाकर दो मिनट 47.24 सेकेंड का समय निकाला।

 शीतकालीन ओलंपिक में पदार्पण करने वाले आरिफ खान पहली रेस में 1:22.35 के समय से 53वें स्थान पर रहे जिसमें केवल 54 प्रतिस्पर्धी ही रेस पूरी कर सके। करीब 33 स्कीअर पहली रेस पूरी नहीं कर सके जबकि दो शुरूआत ही नहीं कर पाये। 62 देशों के 89 खिलाड़ियों की शुरूआती सूची में खान 85वें स्थान पर थे।

हालांकि भारतीय खिलाड़ी ने दूसरी रेस में बेहतर प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने 1:24.89 का समय निकाला जिससे वह 44वें स्थान पर रहे जबकि केवल 45 स्कीअर ही रेस पूरी कर सके। नौ स्कीअर दूसरी रेस पूरी नहीं कर पाये जो खराब मौसम के कारण करीब चार घंटे देर से शुरू हुई।

दोनों रेस को मिलाकर वह 45वें स्थान पर रहे। वह स्वर्ण पदक विजेता स्विट्जरलैंड के मार्को ओडरमैट से 37.89 सेकेंड पीछे रहे जिन्होंने दोनों रेस में 2:09.35 का समय निकाला।
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स्लोवेनिया के जान क्रांजेक (2:09.54) और फ्रांस के माथियू फाविरे (2:10.69) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता।खान ने पिछले साल दिसंबर में मोंटेनेग्रो के कोलासिन में शीतकालीन ओलंपिक क्वालीफिकेशन में 1:59.47 का समय निकाला था।

शीतकालीन ओलंपिक में दो स्पर्धाओं के लिये क्वालीफाई करने वाली पहले भारतीय खान बुधवार को इसी स्थल पर पुरूष स्लालोम में भाग लेंगे।खान ने ‘ओलंपिक्स डॉट कॉम’ से कहा, ‘‘शीतकालीन ओलंपिक में खेलना मेरा सपना था और यह मेरे पहले ओलंपिक हैं। यह काफी मायने रखते हैं। यह हमारे देश के लोगों के लिये बड़ा संदेश है कि भविष्य में शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लें। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश के लाखों लोग मुझे लाइव देख रहे थे। मैं सर्वश्रेष्ठ करने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहा था। लेकिन मौसम खराब था, आप ज्यादा देख नहीं सकते थे कि स्लोप कैसे हैं लेकिन यह अच्छा रहा। ’’

लगातार बर्फबारी से स्पर्धा शुरू होने से पहले ही कम रोशनी थी और जैसे पहली रेस आगे बढ़ी, हालात और खराब हो गये।खराब मौसम के कारण दूसरी रेस में देरी हुई और हालात में सुधार होने के बाद ही यह शुरू हुई।

खराब प्रदर्शन के बावजूद यह भारत का शीतकालीन ओलंपिक की पुरूष जायंट स्लालोम स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत के पहले शीतकालीन ओलंपियन पोलैंड में जन्में जेरेमी बुजाकोवस्की ग्रेनोबल 1968 में 65वें स्थान पर रहे थे।

जांयट स्लालोम एक अल्पाइन स्कीइंग स्पर्धा है जिसमें एथलीट एक स्लोप पर स्कींइग करते हैं और ‘गेट’ के सेट से पास होते हैं जो प्लास्टिक के पोल से बने होते हैं।एक स्कीअर दो रेस में हिस्सा लेता है और दोनों रेस में कम समय में रेस पूरी करने वाला विजेता होता है। (भाषा)

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