Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

25 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा, कब होगा शुरू और किस राशि पर होगा बुरा असर

हमें फॉलो करें 25 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा, कब होगा शुरू और किस राशि पर होगा बुरा असर
, मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022 (17:43 IST)
Second Surya Grahan 2022: इस बार वर्ष 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगने वाला है। सूर्य ग्रहण के कारण एक दिन पूर्व यानी 24 अक्टूबर, सोमवार को दिवाली मनाई जाएगी। आओ जानते हैं कि यह सूर्य ग्रहण कब और किस समय लगेगा। इसका सूतक काल कब प्रारंभ होगा और यह किस जगह पर या देशों में दिखाई देगा।
 
कैसे होता है सूर्य ग्रहण | How does solar eclipse happen : वैज्ञानिकों के अनुसार जब धरती सूरज की परिक्रमा करती है और चंद्रमा धरती की परिक्रमा करता है। जब सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है तो वह सूर्य की रोशनी को कुछ समय के लिए ढंक देता है और इसी घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता हैं।
 
ग्रहण का समय | Solar Eclipse Dat and Time: इस बार सूर्य ग्रहण का समय- 25 अक्टूबर को सायंकाल 04.29 मिनट पर शुरू होगा तथा शाम 05.42 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ग्रहण के पहले और बाद तक सूतक काल रहता है। हालांकि इसके सूतक काल (Sutak kaal) का असर भारत पर नहीं होगा।
 
सूतक प्रारम्भ- 03:29 एएम
सूतक समाप्त- 06:09 पीएम
webdunia
कहां-कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण | Where will the solar eclipse be visible: यह सूर्य ग्रहण भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों में दिखाई देगा। भारत में इसका प्रभाव आंशिक होने के कारण यहां सूतक मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण पाकिस्तान, अफगानिस्तान, यूरोप, अफ्रीका के कुछ देशों उत्तरी हिन्द महासागर, पश्चिमी एशिया आदि में अधिक समय दिखाई देगा। 
 
नई दिल्ली, बेंगलूरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी, मथुरा, हेलसिंकी, मास्को, काबुल, इस्लामाबाद, तेहरान और बगदाद आदि कुछ प्रसिद्ध शहर हैं, जहां आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
 
 
सूर्य ग्रहण का राशियों पर असर | Effect of solar eclipse on zodiac signs: 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण वृषभ राशि को तनाव, मिथुन को नौकरी, व्‍यापार में समस्‍या, कन्‍या को धन, रुपया-पैसों की तंगी तथा तुला राशि वालों को सेहत के मामले में ठीक नहीं रहेगा यानी इन 4 राशियों के लिए सूर्य ग्रहण के दौरान संभल कर रहना आवश्‍यक होगा।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Mahakal corridor ujjain: उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग मंदिर का क्या है प्राचीन और पौराणिक इतिहास?