Live : सिंहस्थ 2016 महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान...उज्जैन जाने वालों के लिए खास अलर्ट...

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उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में सदी के दूसरे महाकुंभ के तीसरे और अंतिम शाही स्नान पर शुक्रवार को वैशाख शुक्ल पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालु मोक्षदायिनी क्षिप्रा में आस्था और विश्वास की डुबकियां लगाएंगे। लाखों श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने के कारण स्थानीय प्रशासन को व्यवस्था संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। 

सांवेर में होटलों और ढाबों पर भारी भीड़...खाने पर टूट पड़े यात्री  
 
जो श्रद्धालु शुक्रवार के दिन उज्जैन सकुशल पहुंचना चाहते हैं, उनके लिए आज का दिन किसी 'एवरेस्ट' शिखर पर चढ़ाई करने जैसा दुरुह बन गया। उज्जैन के जाने वाले रास्तों पर लाखों की संख्या में लोग दिखाई पड़ रहे हैं। पिछले एक महीने से इंदौर से उज्जैन के रास्ते पर जो होटलें, ढाबे और ठेले वाले बैठे थे, उनकी आज चांदी ही नहीं हुई बल्कि उन्हें नई मुसीबतों से दो-चार होना पड़ रहा है। इसका प्रमुख कारण लोगों का खाने पर टूट पड़ना है। 
सिंहस्थ को लेकर दुकानदारों ने जो अच्छी कमाई होने की जो उम्मीदें बांधी थी, वह आज साकार जरूर हो रही है लेकिन उसके साथ ही साथ उन्हें ग्राहकों को संतुष्ट करना उनके लिए बहुत मुश्किल काम साबित हो रहा है। जिस तरह से श्रद्धालुओं के लिए उज्जैन पहुंचना आग के दरिया में से होकर जाना साबित हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ इन दुकानों, होटलों और ढाबों पर भीड़ का रैला पहुंच गया और वे इस रेले में हरेक को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं। 
 
खाना, नाश्ता और अन्य दुकानों पर इतनी ज्यादा भीड़ है कि सामान तक खत्म होने की नौबत आ गई है। हर जगह हाउस फुल दिखाई पड़ रहा है। लोग तो खाने के लिए ऐसे टूट पड़े हैं जैसे कई महीनों से उन्होंने कुछ खाया नहीं। सबसे ज्यादा खराब हालत उन लोगों की है, जो परिवार के साथ मोक्ष पाने की चाहत में महाकाल की नगरी की तरफ निकल पड़े हैं और उन्होंने आधे से ज्यादा सफर तय भी कर लिया है लेकिन असली परीक्षा की घड़ी तो आने वाले सफर में आने वाली है...सबसे ज्यादा मुश्किल बच्चों और महिलाओं की है, जो जल्द से जल्द उज्जैन पहुंचने के लिए आतुर हुए जा रहे हैं। वैसे इस आलम का भी अपना अलग आनंद है...


उज्जैन जाने वालों के लिए खास अलर्ट...
 
जो श्रद्धालु वैशाख शुक्ल पूर्णिमा पर उज्जैन सिंहस्थ के अंतिम शाही स्नान में शामिल होकर पुण्य कमाने का सोच रहे हैं, उनके लिए यह खास अलर्ट है...शुक्रवार की शाम को ही इंदौर से उज्जैन जाने वाले रास्तों पर जाम की स्थिति होटल सयाजी स्क्वेयर से ही शुरू हो चुकी थी। यहां पर उज्जैन जाने वाले रास्ते पर वाहनों की बाढ़ जैसी आ गई और जाम लग गया। वाहनों की लंबी लंबी कतारें लगने से आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। 
ताजा समाचार यह है कि बापट चौराहे से एमआर 9 के टोल टैक्स पर एक वाहन के खराब हो जाने की वजह से यहां भी अन्य वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। हालांकि व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों को जाम हटाने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।  
 
जो वाहन किसी तरह इस जाम से निकलकर आगे बढ़े तो अरबिंदो अस्पताल के सामे वाहन एक दूसरे से गुथ्थम-गुथ्था हो गए। अरबिंदो अस्पताल के सामने से उज्जैन की ओर जा रहे रास्ते पर वाहनों की स्थिति यह है कि वे एक दूसरे से बिलकुल सटकर चल रहे हैं मानों वे आपस में रिश्तेदार हों... 
 
बहरहाल, आज की रात महाकाल की नगरी जाने वाले श्रद्धालुओं की एक तरह से 'अग्निपरीक्षा' है। मोक्षदायिनी क्षिप्रा में आस्था और विश्वास की डुबकियां लगाने का मंसूबा लिए लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं का सैलाब उज्जैन जाने के लिए उमड़ पड़ा है, जबकि स्थिति यह है कि लाखों लोग पहले से ही वहां मौजूद हैं।   

अंतिम शाही स्नान को लेकर शुक्रवार से ही श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं। उज्जैन की सड़कों पर श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आ रहा है।  22 मई को सिंहस्थ का अंतिम स्नान है। हालांकि प्रशासन मेला 28 मई तक बढ़ा दिया गया है। मेले के दौरान सिंहस्थ में कई सुविधाएं रहेंगी।






सिंहस्थ में पहली बार दत्त अखाड़ा घाट पर शैव अखाड़ों के नागा सन्यासियों का स्नान प्रात: 3 बजे से प्रारंभ होगा। इसी समय रामघाट पर वैष्णव अखाड़े स्नान करेंगे। प्रशासन ने शाही स्नान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं। 
 
शाही स्नान सुबह 3 से 11 बजे तक निर्धारित क्रमानुसार विभिन्न अखाड़ों के साधु, संत स्नान करेंगे। सिंहस्थ में यह पहला अवसर रहेगा जब रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर शैव और वैष्णव सम्प्रदाय के साधु सन्यासी एक ही समय में दोनों घाट पर एक साथ स्नान करेंगे। 
 
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा और अग्नि अखाड़े का स्नान प्रात: तीन बजे से, निरंजनी और आनंद अखाड़े का स्नान प्रात: चार बजे से और महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़े का शाही स्नान प्रात: पांच बजे से प्रारंभ होगा। शैव अखाड़ों के साधु सन्यासियों के स्नान के बाद प्रात: सात बजे से दत्त अखाड़ा घाट आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए खुला रहेगा।
 
रामघाट पर वैष्णव अखाड़ों के स्नान की व्यवस्था रहेगी। निर्मोही अणि अखाड़ा का स्नान प्रात: तीन बजे से, दिगम्बर अणि अखाड़े का स्नान प्रात: चार बजे से और निर्वाणी अणि अखाड़े का स्नान प्रात: 5 बजे से रामघाट पर प्रारंभ होगा। 
 
सुबह 7.30 बजे तक रामघाट पर वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान पूरा हो जाएगा। रामघाट पर ही उदासीन अखाड़ों का स्नान होगा। रामघाट पर निर्मोही, दिगम्बर और निर्वाणी अखाड़ों का स्नान भी प्रात: तीन बजे से प्रारंभ होगा। बड़ा उदासीन अखाड़ा और नया उदासीन अखाड़ा प्रात: 8.30 बजे स्नान के लिए रामघाट पहुंचेगा और 9.30 बजे तक स्नान कर वापस अपनी छावनी में पहुंचेंगे। 
 
रामघाट पर निर्मल अखाड़े का स्नान 10 बजे से प्रारंभ होगा और 11 बजे तक स्नान पूर्ण होकर घाट आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए उपलब्ध रहेगा। स्नान के दौरान अखाड़ों के साथ घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस और पैरामिलेट्री बल के जवान तैनात रहेंगे। भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था भी सुनियोजित होगी।
 
शाही स्नान के लिए जुलूस मार्ग की धुलाई, चूने की लाइनिंग, मार्ग पर पानी का छिड़काव और घाटों पर स्नान के लिए पहुंचे साधु-संतों का परम्परागत तरीके से स्वागत-सत्कार किया जाएगा। शाही स्नान के लिए सभी अखाड़ों के स्नान क्रम और घाटों पर आने-जाने के लिए मार्ग निर्धारित किए गए हैं।

पेश हैं शाही स्नान से जुड़ी हर जानकारी- 
* इस सिंहस्थ में कई लोग लापता हुए हैं और लाउड स्पीकर पर लगातार इसकी घोषणा हो रही है  

* प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि श्रद्धालुओं को बसों के किराए में छूट दी जाएगी, लेकिन बस ऑपरेटरों  पुराना किराया वसूल रहे हैं जबकि प्रशासन की तरफ से इन्हें टोलटैक्स में इन्हें छूट दी जा रही है 
* इन्दौर-उज्जैन मार्ग पर वाहनों का हुजूम नजर आ रहा है
* संत-महात्माओं के शिविरों में भी अच्छी खाड़ी भीड़ नजर आ रही है
* शुक्रवार को करीब 30 लाख लोगों ने स्नान किया

*उज्जैन सिंहस्थ के अंतिम शाही स्नान में जिस प्रकार से शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती जा रही है, स्थानीय प्रशासन ने फैसला लिया है कि जरूरत पड़ने पर भीड़ और वाहनों को सांवेर में रोक दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है सबसे बड़ी समस्या यह होगी कि लोग सांवेर से उज्जैन कैसे जाएंगे?  


* मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिविराज सिंह चौहान अपनी पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ  श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा पहुंचे और संतो के साथ भोजन किया। अखाड़े के मुख्य संरक्षक व अखाड़ा परिषद के सचिव महंत हरिगिरि महाराज ने उज्जैन के प्रभारी मंत्री को सोने के शिवलिंग भेंट करके सम्मान किया
*शुक्रवार को नृसिंह जयंती के अवसर पर उज्जैन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। 
* भीड़ अधिक होने कई इलाकों में पैदल चलने की जगह नहीं है, रामघाट, नृसिंह घाट 
महंत हरिगिरि महाराज ने उज्जैन के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह को सोने के शिवलिंग भेंट करके सम्मान किया
* भीड़ के कारण प्याऊ में पीने की पानी समस्या 
* भीड़ के कारण ऑटो वाले श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं। जहां 10 रुपए लगना चाहिए, वहां 50 रुपए तक वसूल कर रहे हैं और मनचाहे जगहों पर भी छोड़ रहे हैं
* घाटों पर हर तरफ लोगों के झुंड ही झुंड दिखाई दे रहे हैं 
* तेज गर्मी भी लोगों को परेशान कर रही है

* उज्जैन सिंहस्थ में अवधेशानंद जी के शिविर में शुक्रवार को भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी राधा कृष्ण के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका पेश करेगी। यह आयोजन शाम को होगा
 
* कनकेश्वरी धाम में शाम 5 बजे कनकेश्वरी देवी का श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़े द्वारा महामण्डलेश्वर पद के लिए पट्टाभिषेक किया गया।
 
* जयगुरूदेव आश्रम आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत उमाकांत जी महाराज सिंहस्थ में शाम 7 बजे कालभैरव मंदिर समीप लगे कैंप में विशेष सत्संग व नामदान देंगे।

* सिंहस्थ में आज केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमाभारती भी आएंगी और सिंहस्थ में आए साधु संतो से मुलाकात करेंगी। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती शाम 6 बजे चारधाम मंदिर के सामने रूद्रसागर में प्रवचन देंगे
 
* हनुमत वाटिका कीर्ति नगर महामृत्युंजय द्वार के पास शर्मा बंधुओं की श्री रामकथा शाम 7 बजे से। साध्वी ऋतंभरा के शिविर में शाम 6 बजे से कथा का आयोजन। इसके अलावा भी सिंहस्थ में अलग अलग स्थानों पर कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होंगे। 
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