Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024

आज के शुभ मुहूर्त

(प्रदोष व्रत)
  • तिथि- कार्तिक शुक्ल द्वादशी
  • शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
  • व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/चातुर्मास समाप्त, प्रदोष व्रत
  • राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
webdunia
Advertiesment

जानिए बैसाखी पर्व से संबंधित खास काम की बातें...

हमें फॉलो करें जानिए बैसाखी पर्व से संबंधित खास काम की बातें...
सिख धर्म के विशेषज्ञों के अनुसार पंथ के प्रथम गुरु, गुरु नानकदेवजी ने वैशाख माह की आध्यात्मिक साधना की दृष्टि से काफी प्रशंसा की है। पंजाब और हरियाणा सहित कई क्षेत्रों में बैसाखी मनाने के आध्यात्मिक सहित तमाम कारण हैं।
* इस दिन सिख गुरुद्वारों में विशेष उत्सव मनाए जाते हैं। 
 
* खेत में खड़ी फसल पर हर्षोल्लास प्रकट किया जाता है। 
 
* दरअसल, इस त्योहार पर फसल पकने के बाद उसके कटने की तैयारी का उल्लास साफतौर पर दिखाई देता है इसीलिए बैसाखी एक लोक त्योहार है। 

* बैसाखी पर्व के दिन समस्त उत्तर भारत की पवित्र नदियों में स्नान करने का माहात्म्य माना जाता है अत: इस दिन प्रात:काल नदी में स्नान करना हमारा धर्म है। 
 
* वैसे तो भारत में महीनों के नाम नक्षत्रों पर रखे गए हैं। बैसाखी के समय आकाश में विशाखा नक्षत्र होता है। 
 
* विशाखा युवा पूर्णिमा में होने के कारण इस माह को 'बैसाखी' कहते हैं। 
 
* इस प्रकार वैशाख मास के प्रथम दिन को 'बैसाखी' कहा गया और पर्व के रूप में स्वीकार किया गया।
 
* बैसाखी के दिन ही सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है अत: इसे मेष संक्रांति भी कहते हैं। यह पर्व पूरी दुनिया को भारत के करीब लाता है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

सबसे अधिक शुभ मुहूर्त यानी अक्षय तृतीया, पढ़ें विशेष महत्व