श्रावण मास इस बार 29 दिनों का है। विशेष बात यह है कि सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म होगा। रक्षाबंधन पर चन्द्रग्रहण और भद्रा का रहेगा साया, पढ़ें विस्तार से ....
शिवभक्ति का मास सावन इस बार 29 दिन का रहेगा। खास यह है कि 10 जुलाई को इसकी शुरुआत सोमवार से होगी और 7 अगस्त, सोमवार को ही इस मास का समापन होगा। इस पांचवें सोमवार को रक्षाबंधन है। ऐसे में शहर में राखी की रौनक रहेगी, वहीं मंदिरों में शिवजी के विशेष अनुष्ठान होंगे। सावन में कई विशेष योग-संयोग भी रहेंगे।
हरियाली अमावस्या बुधवार, 23 जुलाई को रवि-पुष्य का महासंयोग बन रहा है, हालांकि रक्षाबंधन को चन्द्रग्रहण और भद्रा भी है। ऐसे में सुबह 11.04 से दोपहर 1.52 के पहले तक राखी का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा।
5 सोमवार कब आएंगे?
10, 17, 24, 31 जुलाई और 7 अगस्त को हैं।
ये तीज-त्योहार हैं-
21 जुलाई : मास शिवरात्रि
23 जुलाई : हरियाली अमावस्या (रवि-पुष्य)
26 जुलाई : हरियाली तीज
27 जुलाई : नागपंचमी
5 अगस्त : शनि प्रदोष
7 अगस्त : रक्षाबंधन
रक्षाबंधन पर ग्रहण, दोपहर में लगेगा सूतक
रक्षाबंधन के दिन 7 अगस्त, सोमवार की रात चन्द्रग्रहण रहेगा। इसका सूतक दोपहर 1.52 बजे से लग जाएगा। इससे पहले सूर्योदय से सुबह 11.04 बजे तक भद्रा है।
अन्य पंडितों के अनुसार भद्रा में रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता।
इसके अलावा दोपहर में चन्द्रग्रहण का सूतक है, ऐसे में सुबह 11.04 से दोपहर 1.52 के पहले (24 घंटे 48 मिनट) तक रक्षाबंधन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है। इसके अलावा श्रावणी उपाकर्म को लेकर भी असमंजस की स्थिति बन रही है। ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण की वजह से कुछ स्थानों पर नागपंचमी पर श्रावणी उपाकर्म होगा।
सावन सोमवार की पवित्र और पौराणिक कथा (देखें वीडियो)