Sawan maas 2024 : उत्तराखंड में सावन माह प्रारंभ, जबकि अन्य राज्यों में 22 और महाराष्ट्र में इस तारीख से होंगे शुरू

Sawan maas 2024 : 16 जुलाई से उत्तराखंड में सावन का महा प्रारंभ, पहले मनाते हैं दिन हरेला का पर्व

WD Feature Desk
मंगलवार, 16 जुलाई 2024 (16:17 IST)
Sawan Somwar 2024 : उत्तराखंड में श्रावण मास 16 जुलाई को सौर मास के प्रारंभ होते ही शुरू हो गए हैं। जब सूर्य कर्क संक्रांति में जाता तब से ही सावन का का महीना प्रारंभ हो जाता  है। हालांकि अन्य राज्यों में 22 जुलाई 2024 को प्रारंभ होकर 19 अगस्त को रक्षाबंधन पर समाप्त होंगे जबकि उत्तराखंड में 16 जुलाई से प्रारंभ होकर 29 दिनों तक रहेगा।
 
उत्तराखंड के पंचांग के अनुसार कर्क राशि में सूर्य के गोचर से सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन होते हैं। इसी दिन से श्रावण माह प्रारंभ होता है। सावन माह के पहले दिन यहां एक लोक पर्व मनाया जाता है। जिसे हरेला कहा जाता है। भगवान शिव को प्रकृति का प्रतीक माना गया है और उन्हें खेती का देवता भी कहा जाता है। हरेला पर्व से कई फसलों की बोवनी भी शुरू होती है, ऐसे में हरेला पर्व को महादेव से जोड़कर देखा गया है। इस दिन मिट्टी से शिव-पार्वती की मूर्ति बनाकर उनका पूजन करते हैं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
 
सावन लगने से 9 ​दिन पहले ही एक लकड़ी की टोकरी में मिट्टी डालकर इसमें जौ, गेहूं, धान, उड़द या भट्ट के बीजों को बोते हैं। इसके पश्चात 9 दिनों तक इस टोकरी में रोजाना जल छिड़का जाता है और दसवें दिन हरेला तैयार हो जाता है। जिसे काटकर परिवार के सदस्य अपने कान के पीछे लगाते हैं। कहते हैं कि हरेला जितना अच्छा उगता है उस साल फसल भी उतनी ही अच्छी होती है। 
 
उत्तराखंड में सावन का माह पहले ही शुरू हो जाता है क्योंकि यहां पर सूर्य के मास के अनुसार महीनों का चयन होता है। जबकि महाराष्ट्र में सावन माह की अमावस्या के बाद से श्रावण मास प्रारंभ होगा। यानी 4 अगस्त 2024 को अमावस्या रहेगी और 5 तारीख से श्रावण माह प्रारंभा होगा। इस दिन को गटारी अमावस्या कहते हैं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

बुध का मेष राशि में गोचर, 4 राशियों के रहेगा शुभ

मई 2025 का मासिक राशिफल: हर राशि के लिए विशेष भविष्यवाणियां

कब है वृषभ संक्रांति, क्या है इसका महत्व

भारत के संबंध में बाबा वेंगा, नास्त्रेदमस और अच्युतानंद ने पहले ही बता दी थीं ये बातें

जूठे बचे भोजन का क्या करना चाहिए? प्रेमानंद महाराज ने बताया उपाय

सभी देखें

धर्म संसार

मंगल और राहु मिलकर तय करेंगे कि कब पाकिस्तान से होगा युद्ध

महावीर स्वामी को कब और कैसे प्राप्त हुआ कैवल्य ज्ञान?

नरेंद्र मोदी को पता है कि अलफासा ने 52 साल पहले ही कर दी थी पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े होने की भविष्यवाणी?

इन तीन चाबियों से खुलते हैं बद्रीनाथ धाम के कपाट, जानिए मंदिर से जुड़ीं रहस्यमयी बातें

युद्ध में विजयी होने के लिए करते हैं मां बगलामुखी का पूजन, भगवान श्रीकृष्ण ने भी की थी पूजा

अगला लेख
More