महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव और माता पार्वती शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस दिन को शास्त्रों में पवित्रतम माना गया है। इस दिन शिव मात्र जलाभिषेक से भी प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियों के अनुसार पूजन बताई गई है। प्रस्तुत है राशि अनुसार पूजन की विस्तृत जानकारी....
मेष : मेष राशि के स्वामी मंगल हैं। इनके लिए लाल रंग शुभ माना जाता है। लाल चंदन व लाल रंग के पुष्प यदि भगवान भोलेनाथ को अर्पित करें तो यह बहुत ही पुण्य फलदायी रहता है। यदि पूजा के समय नागेश्वराय नम: मंत्र का जाप भी किया जाए तो भगवान शिवशंकर मन की मुराद जल्द पूरी करते हैं।
वृषभ : वृषभ तो भगवान शिव के वाहन भी हैं। आपके राशि स्वामी शुक्र माने जाते हैं। सफेद रंग आपके लिए शुभ है। वृषभ जातकों को भगवान शिव की पूजा चमेली के फूलों से करनी चाहिए। साथ ही अपने कष्टों के निवारण व अपेक्षित लाभ प्राप्ति के लिए शिव रुद्राष्टक का पाठ भी करना चाहिए।
मिथुन : मिथुन राशि के स्वामी बुध माने जाते हैं। मिथुन जातक भगवान शिव को धतूरा, भांग अर्पित कर सकते हैं। साथ ही पंचाक्षरी मंत्र ॐ नम: शिवाय का जाप करना भी आपके लिए लाभकारी रहेगा।
कर्क : कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं जिन्हें भगवान शिव ने अपनी जटाओं में धारण कर रखा है। कर्क जातकों को शिवलिंग का अभिषेक भांग मिश्रित दूध से करना चाहिए। रूद्रष्टाध्यायी का पाठ आपके कष्टों का हरण करने वाला हो सकता है।
सिंह : सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। भगवान शिव की आराधना में सिंह जातकों को कनेर के लाल रंग के पुष्प चढ़ाने चाहिए। इसके साथ ही शिवालय में भगवान श्री शिव चालीसा का पाठ भी करना चाहिए। यह पूजन आपके लिए अति लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
कन्या : कन्या के स्वामी बुध माने जाते हैं। कन्या जातकों को भगवान शिवजी की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि सामग्री शिवलिंग पर अर्पित करनी चाहिए। इसके साथ ही पंचाक्षरी मंत्र का जाप आपकी मनोकामनाओं को पूरी कर सकता है।
तुला : तुला राशि के स्वामी शुक्र माने जाते हैं। आपको मिश्री युक्त दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही शिव के सहस्रनामों का जाप करना भी आपकी राशि के अनुसार शुभ फलदायी माना जाता है।
वृश्चिक : वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं। भोले भंडारी की पूजा आपको गुलाब के फूलों व बिल्वपत्र की जड़ से करनी चाहिए। इस दिन रूद्राष्टक का पाठ करने से आपकी राशि के अनुसार सौभाग्यशाली परिणाम मिलने लगते हैं।
धनु : बृहस्पति को धनु राशि का स्वामी माना जाता है। इन्हें पीला रंग प्रिय होता है। धनु राशि वाले जातकों को शिवरात्रि पर प्रात:काल उठकर भगवान शिव की पूजा पीले रंग के फूलों से करनी चाहिए। प्रसाद के रूप में खीर का भोग लगाना चाहिए। आपके लिए शिवाष्टक का पाठ कष्टों का नाश करने वाला है।
मकर : मकर शनि की राशि मानी जाती है। धतूरा, भांग, अष्टगंध आदि से भगवान शिव की पूजा आपके लिए जीवन में शांति और समृद्धि लाने वाली होगी। इसके साथ ही आपको पार्वतीनाथाय नम: का जाप भी करना चाहिए।
कुंभ : कुंभ राशि के स्वामी भी शनि ही हैं। कुंभ जातकों को गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही धन लाभ पाने के लिये शिवाष्टक का पाठ आपको करना चाहिए। जल्द ही अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
मीन : मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। मीन जातकों को पंचामृत, दही, दूध एवं पीले रंग के फूल शिवलिंग पर अर्पित करने चाहिए। घर में सुख समृद्धि व धनधान्य में वृद्धि के लिए पंचाक्षरी मंत्र नम: शिवाय का चंदन की माला से 108 बार जाप करना चाहिए।