मुंबई। महंगाई की चिंता के बीच वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और सेंसेक्स 236 अंक टूटकर बंद हुआ।
कारोबारियों ने बताया कि घरेलू मुद्रा में कमजोरी और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला लेकिन इस बढ़त को कायम नहीं रख सका और 236 अंक यानी 0.43 प्रतिशत गिरकर 54,052.61 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 89.55 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,125.15 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा के शेयर में सर्वाधिक 3.92 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, टाटा स्टील, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयर भी घाटे में रहे। वहीं दूसरी तरफ डॉ. रेड्डीज, एचडीएफसी, पॉवरग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, नेस्ले इंडिया और एमएंडएम के शेयरों में लाभ रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों के शेयर दबाव में रहे। वहीं ईंधन की कीमतों में कटौती और इस्पात पर सीमा शुल्क में वृद्धि के कारण वाहन क्षेत्र का प्रदर्शन इस महीने अच्छा रहा है। इस दौरान बीएसई स्मॉलकैप में 1.14 प्रतिशत और मिडकैप में 0.85 प्रतिशत की गिरावट हुई।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.46 प्रतिशत गिरकर 112.9 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों का घरेलू बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उन्होंने सोमवार को 1,951.17 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।