Share bazaar News: स्थानीय शेयर बाजारों (stock markets) में तेजी मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में भी जारी रही और बीएसई (BSE) सेंसेक्स (Sensex) 431 अंक उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बिजली समेत अन्य कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 431.02 अंक यानी 0.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ नए रिकॉर्ड स्तर 69,296.14 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 168.50 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की तेजी के साथ अब तक के उच्चतम स्तर 20,855.30 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण मंगलवार को 2.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़कर 350 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया।
विश्लेषकों ने कहा कि पिछले सप्ताह जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) और अन्य महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों के बेहतर रहने से जो सकारात्मक धारणा बनी थी, उसे विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह तथा विधानसभा चुनावों के नतीजों से और मजबूती मिली। 3 राज्यों- मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजों से देश में राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद बढ़ी है। साथ ही, निवेशक यह उम्मीद कर रहे हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर को यथावत रखेगा। मौद्रिक नीति घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
सेंसेक्स की कंपनियों में पॉवर ग्रिड 4.46 प्रतिशत, एनटीपीसी 3.89 प्रतिशत, एसबीआई 2.31 प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक 2.28 प्रतिशत मजबूत हुए। लाभ में रहने वाली अन्य कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन और मारुति शामिल हैं। दूसरी तरफ हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस 1.49 प्रतिशत तक नुकसान में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 लाभ में रहे जबकि निफ्टी के 50 शेयरों में 32 लाभ में रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 2,073.21 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।
दोनों मानक सूचकांक नए रिकॉर्ड स्तर पर : जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिका में इस सप्ताह रोजगार के आंकड़े जारी होने से पहले दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों में जहां सतर्कता का रुख है, वहीं घरेलू बाजार में तेजी का सिलसिला जारी रहा और दोनों मानक सूचकांक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। राज्यों में विधानसभा चुनावों के परिणाम और जीडीपी वृद्धि का आंकड़ा उम्मीद से अधिक रहने जैसे कारणों से बाजार में तेजी बनी हुई है। इससे भारतीय बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों का पूंजी प्रवाह भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में यथास्थिति बनाए रखने की संभावना है। हालांकि आर्थिक वृद्धि, खाद्य वस्तुओं के दाम और मुद्रास्फीति को लेकर टिप्पणी पर निवेशकों की नजर होगी। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहे। यूरोप के बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिका बाजार में सोमवार को मिला-जुला रुख था। इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड एक प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta