मुंबई। धातु और बिजली शेयरों में भारी बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 335 अंक टूटकर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में तीव्र गिरावट से भी घरेलू शेयर बाजारों पर दबाव पड़ा। निफ्टी भी 89.45 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,764.60 अंक पर बंद हुआ।
30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स एक समय करीब 500 अंक लुढ़क गया था। बाद में इसमें कुछ सुधार आया और अंत में यह 334.98 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,506.90 अंक पर बंद हुआ। 50 शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 89.45 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,764.60 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा 2.08 प्रतिशत नुकसान में रहा। उसके बाद कोटक बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाटा मोटर्स का स्थान रहा। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड और आईटीसी प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
अडाणी पोर्ट्स को छोड़कर अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन 9.46 प्रतिशत चढ़ा। समूह ने कहा कि वह गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने के लिए 111.4 करोड़ डॉलर का भुगतान समय से पहले करेगा। उसके बाद कंपनी का शेयर चढ़ा।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.09 प्रतिशत चढ़कर 80.01 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 932.44 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta