मुंबई। शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला गुरुवार को सातवें दिन भी जारी रहा। अमेरिका तथा चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव और आम चुनावों के चलते निवेशकों के थोड़ा सतर्क होने के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में गिरावट के साथ बीएसई सेंसेक्स 230 अंक गिरकर बंद हुआ।
कारोबारियों के अनुसार पूंजी निकासी जारी रहने तथा रुपए की विनिमय दर में गिरावट से बाजार धारणा प्रभावित हुई है।
30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 230.22 अंक यानी 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,558.91 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 57.65 यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,301.80 अंक पर बंद हुआ।
अब तक सात कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 3.77 प्रतिशत यानी 1,472.64 अंक जबकि एनएसई निफ्टी 446.35 अंक यानी 3.79 प्रतिशत टूट चुके हैं।
सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सर्वाधिक नुकसान में रही। कंपनी का शेयर 3.41 प्रतिशत नीचे आया। उसके बाद क्रमश: कोल इंडिया, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, कोटक बैंक, भारती एयरटेल, वेदांता, पावरग्रिड और एचडीएफसी बैंक तथा एचडीएफसी का स्थान रहा। इन कंपनियों के शेयरों में 2.53 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
दूसरी तरफ यस बैंक में सर्वाधिक 5.94 प्रतिशत तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, हीरो मोटो कार्प, टीसीएस, एचयूएल, बजाज ऑटो, एचसीएल टेक, इन्फोसिस, एसबीआई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक तथा टाटा मोटर्स 1.65 प्रतिशत तक मजबूत हुए।
कारोबारियों के अनुसार अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार तनाव बढ़ने से निवेश धारणा कमजोर बनी हुई है। व्यापार युद्ध समाप्त करने के लिये दोनों देशों के बीच अगले दौर की होने वाली वार्ता से पहले चीन ने कहा कि अगर अमेरिका, चीनी वस्तुओं पर उत्पाद शुल्क बढ़ाता है तो वह उसका उपयुक्त जवाब देगा।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 200 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर शुल्क बढ़ाने की चेतावनी दी है।
सैंकटम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा, अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार वार्ता से पहले वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। हालांकि भारतीय बाजार में पिछले एक महीने में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आई है, पर एमएससीआई इंडिया (सूचकांक) का प्रदर्शन इस दौरान उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर है।
उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका-चीन के बीच बातचीत को लेकर कुछ स्पष्टता नहीं आती, निवेशकों को वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव को लेकर तैयार रहना चाहिए।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के प्रमुख (परामर्श) हेमांग जानी ने कहा कि अब जब आम चुनावों में कुछ ही चरण बचे हैं और चौथी तिमाही के वित्तीय नतीजे आ रहे हैं, ऐसे में मई में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 1.48 प्रतिशत, हैंग सेंग 2.39 प्रतिशत, निक्केई 0.93 प्रतिशत तथा कोसपी 3.04 प्रतिशत नीचे आए। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
इस बीच, शेयर बाजारों के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 701.50 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 232.95 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।