नई दिल्ली। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। कंपनी की मार्केट वैल्यू 70 प्रतिशत तक गिर गई है। निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस मुश्किल घड़ी में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को भी अडाणी मामले में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट खासी महंगी पड़ गई। अडाणी ग्रुप में किए गए निवेश पर मात्र 1 माह में कंपनी को करीब 50,000 करोड़ का नुकसान हुआ।
LIC ने अडाणी की 7 कंपनियों में 30,127 करोड़ रुपए का निवेश किया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले 24 जनवरी, 2023 को एलआईसी के निवेश का मूल्य 81,268 करोड़ रुपए था। 27 जनवरी को इसकी वैल्यू घटकर 56,142 करोड़ रुपए रह गई। अडाणी के शेयरों का मूल्य इसके बाद भी गिरना जारी रहा। इसी वजह से 23 फरवरी को निवेश का मूल्य घटकर 33,149 करोड़ रुपए हो गया।
इस तरह मात्र 1 माह में एलआईसी को 48,119 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। हालांकि अभी भी एलआईसी को इस निवेश पर 3022 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
2022 में मिला था शानदार रिटर्न : वर्ष 2022 में अडाणी ग्रुप की 7 लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू में दोगुने से ज्यादा का इजाफा हुआ। अडाणी पॉवर लिमिटेड सबसे अधिक मजबूती हासिल करने वाली कंपनी बनी तो अडाणी एंटरप्राइजेस के शेयरों में 113 प्रतिशत तक उछाल दर्ज किया गया। जिन भी कंपनियों ने अडाणी ग्रुप में काफी पहले निवेश किया था उन्हें शानदार रिटर्न मिला। इसी वजह से LIC को भी तब निवेश पर भारी लाभ हुआ। इसी वजह से इतने नुकसान के बाद भी LIC अब भी नुकसान में नहीं है।
अडाणी को कितना नुकसान : अडाणी समूह की 10 में से 8 कंपनियों के शेयरों में गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई। इनमें 3 कंपनियों के शेयरों में तो लोअर सर्किट लगा जबकि 2 कंपनियों के शेयरों में बढ़त दिखाई दी। शेयरों में भारी गिरावट की वजह से समूह की मार्केट वैल्यू 20 हजार करोड़ घटकर 7.38 लाख करोड़ रुपए रह गई। पिछले एक महीने में समूह की कंपनियों का पूंजीकरण 11.82 लाख करोड़ रुपए घट गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta