मुंबई। बजट के बाद बाजार में तेजी मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स में 1200 अंक का उछाल आया, वहीं एनएसई निफ्टी 14,600 के स्तर को फिर से प्राप्त कर लिया। बैंक, वित्त और बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में तीव्र लिवाली से बाजार में तेजी आई।
कारोबारियों के अनुसार अनुकूल वैश्विक संकेत और ताजा पूंजी प्रवाह ने तेजी की गति को बनाए रखा। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,197.11 अंक यानी 2.46 प्रतिशत मजबूत होकर 49,797.72 अंक पर बंद हुआ।बीएसई सेंसेक्स एक समय 50,000 के स्तर तक गया। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 366.65 अंक यानी 2.57 प्रतिशत मजबूत होकर 14,647.85 अंक पर बंद हुआ।
बजट के दिन की तेजी को मिलाकर सेंसेक्स 2 सत्रों में 3,511 अंक यानी 7.58 प्रतिशत मजबूत हो चुका है, वहीं निफ्टी में 1,007.25 अंक यानी 7.38 प्रतिशत की तेजी आई है। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) रहा। इसमें 7.10 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी, भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी और कोटक बैंक में भी अच्छी तेजी रही। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 लाभ के साथ बंद हुए। केवल 3 शेयरों (बजाज फिनसर्व, टाइटन और एचयूएल) में 2.34 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
ज्यादातर विश्लेषकों का मानना है कि अधिक पूंजीगत व्यय, प्रत्यक्ष कर के मोर्चे पर यथास्थिति और पूंजी लाभ कर में बढ़ोतरी नहीं किए जाने जैसे बजट में किए गए प्रस्तावों का बाजार पर सकारात्मक असर हुआ है। शेयर बाजार के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,494.23 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।
अर्थशास्त्रियों और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह वृद्धि को गति देने वाला साहसिक बजट है। कोविड-कर और आयकर पर अधिभार को लेकर आशंका थी, लेकिन बजट में इसका प्रस्ताव नहीं किया गया जिसका अच्छा संदेश गया है। उनके अनुसार इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के 2 बैंकों का निजीकरण और जमीन समेत अन्य संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाने का प्रस्ताव सकारात्मक संकेत है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बैंक, बुनियादी ढांचा और वाहन जैसे क्षेत्रों में नई तेजी देखी जा रही है। बजट में वृद्धि-उन्मुख प्रस्तावों से इन क्षेत्रों को लेकर फिर से आकर्षण बढ़ा है। पिछले सप्ताह एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) ने लगातार बिकवाली की थी लेकिन अब बाजार में फिर से तेजी लौटी है और बजट के बाद वे फिर से शुद्ध लिवाल बने हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में कोविड को लेकर नए प्रोत्साहन पैकेज से पहले सकारात्मक वैश्विक धारणा से भी बाजार को समर्थन मिला। अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज को लेकर बातचीत के बीच एशिया के अन्य बाजारों में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की बढ़त के साथ 72.96 पर बंद हुआ। (भाषा)