जीवन नियमों से चलता है और यदि नियम नहीं है तो सबकुछ अव्यवस्थित और अनिश्चित होगा। कई लोग हैं तो प्रतिदिन सुबह 7 बजे उठ ही जाते हैं और नित्यर्मों से मुक्ति तय समय पर पूजा-पाठ करके ही दूसरा कार्य करते हैं। यदि दिन की शुरुआत अच्छी रहती है तो संपूर्ण दिन ही अच्छा गुजरता है। तो आओ जानते हैं कि प्रतिदिन हमें कौन से कार्य में से कोई एक कार्य करना ही चाहिए।
1. प्रतिदिन हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड पढ़ें।
2. प्रतिदिन गीता का एक पाठ करके ही दिन की शुरुआत करें।
3. प्रतिदिन 24 बार गायत्री मंत्र का जप ककरने के बाद ही दिन की शुरुआत करें।
4. प्रतिदिन मंदिर में जाकर प्रार्थना करें, पूजा करें या अगरबत्ती लगाकर फूल चढ़ाएं।
5. प्रतिदिन ॐ के जाप के साथ 5 मिनट का ध्यान करें।
6. प्रतिदिन 5 बार महामृत्युंजय मंत्र जपें।
7. प्रतिदिन सुबह और शाम को अपने ईष्टदेव के भजन सुनें।
8. प्रतिदिन सूर्य को अर्ध्य दें या सूर्य नमस्कार के साथ ही उनके 12 मंत्रों का उच्चारण करें।
9. प्रतिदिन माता पिता के पैर छूकर ही दिन की शुरुआत करें।
10. प्रतिदिन संध्यावंदन करें या आप जो भी स्त्रोत पाठ (दुर्गा, राम, चंडी, गणेश, कृष्ण आदि के पाठ) करना चाहते हैं वह करें।