हिन्दू धर्म ने दुनिया को एकेश्वरवाद, आत्मवाद, जड़वाद और मोक्ष, योग, प्रार्थना एवं ध्यान पर एक दर्शन दिया, ब्रह्मांड की गुत्थी सुलझाई, स्वप्न, जाग्रत और सुषुप्ति के रहस्यमयी चक्र के पीछे छुपे हुए विज्ञान को बताया, सपनों के कई प्रकार बताए जिसमें भाविक अर्थात जो भविष्य में घटित होना है, उसे देखना महत्वपूर्ण है। चंद्र के घट बढ़ के साथ मनुष्य और प्रकृति में बदलाव का खुलासा किया, पूर्णिमा और अमावस्या के रहस्य को उजागर किया, भोजन से कैसे मन और भविष्य का निर्माण होता है इस रहस्य को बताया। इसीलिए लिए हिंदू धर्म एक रहस्यमयी धर्म माना गया है।
हिंदू धर्म ने मन के पार भी एक अन्य मन होता है जिसे जानकर व्यक्ति कई चमत्कारिक शक्तियों का मालिक बन सकता है यह रहस्य उजागर किया। मन के भी तीन प्रकार हैं: चेतन मन, अवचेतन मन और अचेतन मन होते हैं। ध्यान करने और मौन रहने से क्या हो सकता है इसका रहस्य उजागर किया। यज्ञ से कैसे वर्षा और मौसम को नियंत्रित किया जा सकता है और कैसे अधिक से अधिक ऑक्सिजन का निर्माण किया जा सकता है इस रहस्य को बताया।
उपरोक्त के अलावा नागलोक का रहस्य, पारसमणी, संजीवनी बूटी, कल्पवृक्ष, कामधेनु, यति, सोमरस, स्वर्ण बनाने की विधि, अमृत कलश, विशालकाय मानव, ब्रह्मास्त्र, सुदर्शन चक्र, इच्छामृत्यु, इच्छाधारी सर्प, वरदान, शाप, गरूढ़ जैसे वाहन, रावण के दस सिर, आत्मा का पुनर्जन्म, सृष्टि उत्पत्ति, सृष्टि चक्र, जीवन चक्र आदि ऐसे हजारों बाते हैं जो कि रहस्य से भरी हुई है। उक्त सभी का उल्लेख हिंदू वेद और पुराणों में मिलता है।
इसके अलवा कई रहस्यमयी विद्याओं का जिक्र है जिसमें सम्मोहन विद्या, किसी का आह्वान करना, प्राण विद्या, ज्योतिष, वास्तु, हस्तरेखा, सामुद्रीक शास्त्र, चौकी बांधना, तंत्र, मंत्र का जिक्र मिलता है। इसके इतर शमशान साधना, कर्णपिशाचनी साधना, वीर साधना, प्रेत साधना, अप्सरा साधना, परी साधना, यक्ष साधना और तंत्र साधनाओं के बारे में भी उल्लेख मिलता हैं।
इसके अलावा सिद्धियों के प्रकार और उन्हें प्राप्त करने की विधियों का उल्लेख भी धर्मशास्त्रों में मिलता है। जैसे दूसरे के मन की बात जान लेना, शरीर से बाहर निकलकर घूमना, किसी को भी वश में कर लेना, अंतर्ध्यान हो जाना, हाथी जैसा बल प्राप्त कर लेना, कई वर्षों तक अन्न जल गृहण न करके भी जिंदा रहना, अत्यधिक ठंडे या गर्म प्रदेश में भी जी लेना, हजारों किलोमीटर दूर से सुन या देख लेना, सूक्ष्म जगत को देख लेना, त्रिकाल सिद्ध, पुर्वजन्म की बात जान लेना, त्राटक शक्ति, परकाय प्रवेश करना, पशु पक्षियों की भाषा समझना आदि ऐसी हजारों सिद्धियों का वर्णन मिलता है।
इस तरह हमने देखा कि ब्रह्म, ब्रह्मांड और आत्मा के संपूर्ण रहस्य को हिन्दू धर्म ने रहस्यमयी तरीके से कुछ इस तरह बताया कि जिसे आज विज्ञान नए तरीके से उजागर करने में लगा है।