मॉस्को। रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने यूक्रेन के दक्षिण में स्थित खेरसॉन शहर से अपने सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है। बीबीसी ने आज मंत्रालय के हवाले से कहा कि सभी रूसी सैनिक शुक्रवार तड़के डेनिप्रो नदी के पूर्वी तट पर पहुंच गए और पश्चिमी तट पर कोई सैन्य उपकरण या हथियार नहीं बचा है।
तास समाचार एजेंसी ने भी मास्को में रक्षा मंत्रालय के हवाले से इस बात की पुष्टि की है कि पश्चिमी तट से सभी रूसी सैनिक दूसरी ओर जा चुके हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को रूसी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने घोषणा की थी कि वे नदी के पश्चिमी तट से वापस लौट रहे हैं।
पीछे हटने का निर्णय रूसी सेना के लिए एक महत्वपूर्ण झटका माना जा रहा है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन टेलीविजन पर प्रसारित घोषणा में शामिल नहीं हुए। मंत्रालय के अनुसार, इस कार्रवाई में कर्मियों, हथियारों या सैन्य उपकरणों का कोई नुकसान नहीं हुआ है और कोई हार्डवेयर नहीं छोड़ा गया।
आज सुबह से सामने आई तस्वीरों और वीडियो से पता चलता है कि खेरसॉन शहर का मुख्य पुल एंटोनिवस्की ब्रिज नष्ट हो चुका है जिसका उपयोग रूसी बल डेनिप्रो नदी के पूर्वी हिस्से में जाने के लिए करते थे। फिलहाल पुल के नष्ट होने के कारण का पता नहीं चला है। कुछ रूसी स्रोतों ने दावा किया है कि वापसी की प्रक्रिया पूरी होने बाद उन्होंने इसे नष्ट कर दिया।
इस दौरान, राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी बलों ने खेरसॉन शहर की तरफ बढ़ते हुए दर्जनों कस्बों और गांवों पर फिर से कब्जा कर लिया है। यूक्रेन में रूसी कमांडर ने बुधवार को वापसी की घोषणा की थी और कहा था कि शहर के लिए आपूर्ति जारी रखना संभव नहीं है।
खेरसॉन से रूसी सेना की वापसी वर्ष की शुरुआत में राजधानी कीव से रूसी सेना की अपमानजनक वापसी के समान है और यूक्रेन के लिए 3 माह में उसके भाग्य में हुए आश्चर्यजनक बदलाव को दर्शाता है।(वार्ता)
Edited by : Chetan Gour