Republic Day Flag Hoisting: गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने में हैं 7 अंतर

गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के नियम जानें, कहीं गलती न कर दें आप

WD Feature Desk
Flag Hoisting Rules
  • 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है।
  • 26 जनवरी को संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।
  • गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है।
  • गणतंत्र दिवस के दिन समारोह में मुख्य अतिथि आते हैं।
Republic Day Flag Hoisting : तो शुरू हो जाइए देश भक्ति गीतों के साथ क्योंकि गणतंत्र दिवस (Republic Day 2024) का त्यौहार आ गया है। हर साल भारत में गणतंत्र दिवस बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाता है। साथ ही इस दिन स्कूल, ऑफिस व अन्य संस्थाओं पर कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था जिसके कारण यह देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण पर्व है।
 
हालांकि भारत में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस लगभग सामान तरीके से मनाया जाता है लेकिन इन दोनों दिनों में भारत के तिरंगे को अलग तरह से फहराया जाता है। जी हां, 26 जनवरी और 1 5 अगस्त को तिरंगा फहराने के नियम अलग-अलग होते हैं। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में....
 
पहला अंतर : 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहा जाता है, क्योंकि यह 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने हेतु किया जाता है, उस समय प्रधानमंत्री जी ने ऐसा किया था। संविधान में इसे अंग्रेजी में Flag Hoisting (ध्वजारोहण) कहा जाता है।
 
जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है, संविधान में इसे Flag Unfurling (झंडा फहराना) कहा जाता है।
दूसरा अंतर : 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं, वे ध्वजारोहण करते हैं क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति जो कि राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था। इस दिन शाम को राष्ट्रपति अपना संदेश राष्ट्र के नाम देते हैं। जबकि 26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।
 
तीसरा अंतर : स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से ध्वजारोहण किया जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है।
 
चौथा अंतर : पूरे भारत में गणतंत्र दिवस ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस के मुकाबले स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा कुछ नहीं होता।
 
पांचवां अंतर : गणतंत्र दिवस पर देश अपनी सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विलक्षणता को दिखाता है।
जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन ऐसा कुछ नहीं होता।
 
छठा अंतर : 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन समारोह में मुख्य अतिथि आते हैं। जबकि स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा नहीं होता है।
 
सातवां अंतर : 26 जनवरी और 15 अगस्त दोनों ही राष्ट्रीय पर्व हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहा जाता है और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस कहा जाता है।
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