Rukmini Ashtami Katha: रुक्मिणी अष्टमी व्रत की पौराणिक कथा

WD Feature Desk
सोमवार, 23 दिसंबर 2024 (10:05 IST)
ALSO READ: दिसंबर 2024 में रुक्मिणी अष्टमी कब है ? नोट कर लें सही तिथि
 
Rukmini Ashtami 2024 : इस बार 23 दिसंबर 2024, दिन सोमवार को रुक्मिणी अष्टमी व्रत किया जा रहा है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार हर साल यह पर्व पौष कृष्ण अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता हैं कि द्वापर युग में इसी दिन देवी रुक्मिणी का जन्म हुआ था, जो विदर्भ नरेश भीष्मक की पुत्री थी। 
 
शास्त्रों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि पर तथा राधा जी भी अष्टमी के दिन ही जन्मीं थी और माता लक्ष्मी के समान ही लक्षण वाली (लक्ष्मीस्वरूपा) रुक्मिणी जी का जन्म भी अष्टमी तिथि को हुआ था। अत: हिन्दू धर्म में अष्टमी तिथि बहुत ही शुभ मानी गई है। इस दिन माता लक्ष्मी, कृष्ण और रुक्मिणी का पूजन करना चाहिए। 
 
Highlights
 
आइए यहां जानते हैं रुक्मिणी अष्टमी की कथा...
 
रुक्मिणी अष्टमी व्रत कथा के अनुसार देवी रुक्मिणी भगवान श्री कृष्ण की 8 पटरानियों में से एक थी। वे विदर्भ नरेश भीष्मक की पुत्री तथा प्रत्यक्ष लक्ष्मी की अवतार थीं। 
 
रुक्मिणी दिखने में अतिसुंदर एवं सर्वगुणों से संपन्न थीं। उनके भाई उनका विवाह शिशुपाल से करना चाहते थे, लेकिन देवी रुक्मिणी श्री कृष्ण की भक्त थी, वे मन ही मन भगवान श्री कृष्ण को अपना सबकुछ मान चुकी थी। 
 
जिस दिन शिशुपाल से उनका विवाह होने वाला था, उस दिन देवी रुक्मिणी अपनी सखियों के साथ मंदिर गई और पूजा करके जब मंदिर से बाहर आई, तो मंदिर के बाहर रथ पर सवार श्री कृष्ण ने उनको अपने रथ में बिठा लिया और द्वारिका की ओर प्रस्थान कर गए और उनके साथ विवाह किया। 
 
अत: आज के दिन भगवान श्री कृष्ण और मां रुक्मिणी पूजन, उनके मंत्रों का उच्चारण तथा तुलसी मिश्रित खीर का भोग लगाने और रात्रि जागरण करके पारण करने का विशेष महत्व है। इस तरह पूजन-अर्चन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होकर घर सुख-समृद्धि तथा धन-संपत्ति से भरा रहता है तथा वैवाहिक जीवन में सर्वसुखों की प्राप्ति होती है। 

ALSO READ: Weekly Horoscope 2024: कैसा होगा नया सप्ताह, जानें प्यार, व्यापार, करियर, नौकरी, सेहत के बारे में (23 से 29 दिसंबर)

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इस मंदिर में है रहस्यमयी शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं रहस्य

कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं शनि, इन 5 राशि वाले जातकों की बढ़ेंगी मुश्किलें

क्या होगा अरविंद केजरीवाल का राजनैतिक भविष्य? क्या कहते हैं उनकी कुंडली के सितारे?

होली पर चंद्र ग्रहण से किन 3 राशियों पर होगा इसका नकारात्मक प्रभाव?

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित

सभी देखें

धर्म संसार

18 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

18 फरवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

महाशिवरात्रि पर जानिए शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंग के 12 रहस्य

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

अगला लेख
More