Tripada Gayatri Mata : आपने किसी देवी या देवता के 2, 3, 4 या 5 मुख की मूर्ति के संबंध में तो सुना ही होगा और देखा भी होगा। लेकिन आपने यह कभी नहीं सुना होगा कि किसी देवी या देवता के तीन या पांच पैर होते हैं। मध्यप्रदेश में एक ऐसी जगह गायत्री माता की मूर्ति रखी हुई है जिसके तीन पैर हैं। आओ जानते हैं कि क्या है इसका रहस्य।
1. हाटपीपल्या गांव के मंदिर में रखी है यह मूर्ति : मध्यप्रदेश के देवास जिले से करीब 45 किमी दूर हाटपीपल्या गांव के नृसिंह मंदिर में स्थापित है गायत्री माता की एक विचित्र मूर्ति। गायत्री माता की यह विचित्र मूर्ति जिसके है तीन पैर।
2. बहुत ही प्राचीन है यह मूर्ति : यहां जो गायत्री माता की मूर्ति है उसका रहस्य कोई नहीं जानता है। हालांकि यह गायत्री माता की प्रतिमा भी बहुत प्राचीन बताई जाती है। लेकिन यह कोई नहीं जानता है कि यह प्रतिमा किसने बनाई या यह कहां से प्राप्त हुई। यह रहस्य आज तक बरकरार है।
3. कहते हैं त्रिपदा गायत्री : मंदिर के पुजारी गोपाल वैष्णव भी मानते हैं कि मैंने आज तक तीन पैरों वाली प्रतिमा कहीं नहीं देखी। इस तरह की प्रतिमा देखने को नहीं मिलती। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यह विश्व की एकमात्र प्रतिमा है जो तीन पैरों वाली है। यहां स्थित प्रतिमा को 'त्रिपदा गायत्री' माता कहते हैं।
4. दर्शन मात्र से होती मनोकामना पूर्ण : इस प्रतिमा के बारे में भी मान्यता हैं कि इसका दर्शन करने से सभी तरह की मनोकामना पूरी होती है।
5. कहते हैं कि यहां के मंदिर की नृसिंह भगवान की मूर्ति पानी में तैरती है। यहां पर नृसिंह भगवान की भी चमत्कारिक प्रतिमा है जो प्रतिवर्ष नदी में तैरती है या कि जिसे प्रतिवर्ष डोल ग्यारस के दिन तैराया जाता है।