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जॉर्डन का रहस्यमयी प्राचीन शहर पेट्रा, जानिए 10 रहस्य

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अनिरुद्ध जोशी

, बुधवार, 15 जुलाई 2020 (15:36 IST)
वर्तमान जॉर्डन के अमान प्रांत में स्थित प्राचीन और पुरातात्विक शहर पेट्रा जिसे अरबी उच्चारण में पेत्रा या अल-बत्रा कहा जाता है। कई लोग इसे बेक्का कहते हैं। यह दुनिया के कई प्राचीन शहरों में शूमार है। आओ जानते हैं इस शहर के बारे में 10 ऐसी रहस्यमयी बातें जिन्हें जानकर आपको आश्चर्य होगा।
 
 
1. पेट्रा के इतिहास की शुरुआत ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी से होती है जो कि नाबातियन साम्राज्य की विश्‍व प्रसिद्ध राजधानी थी। ऐसा भी कहा जाता है कि पेट्रा को 312 ईसा पूर्व में नबातियन लोगों ने स्थापित किया गया था, इसके बाद 106 ईस्वी में यह रोमन शासन के अधीन आ गया था। उस काल में 20,000 निवासियों के साथ नाबातियन सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर था। पेट्रा कभी पलेस्टिना III के बीजान्टिन प्रांत की राजधानी थी।
 
2. पेट्रा मृत सागर और लाल सागर के बीच स्थित है। संपूर्ण अरब और योरप जगत का यह केंद्र था जो कि सिल्क रूट पर स्थित है। पेट्रा रेशम और मसाला व्यापार के रास्तों के लिए एक प्रमुख जंक्शन भी था।
 
3. 363 ईस्वी में आए एक भूकंप से लगभग आधा शहर नष्ट हो गया था। कहते हैं कि पेट्रा पर उम्मैदों ने कई आक्रमण किए जिसके बाद 7वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में उसे यूंही छोड़ दिया गया। जिसके चलते 11वीं शताब्दी के अंत तक इसके कई महल नष्ट हो गए। लोग इसे भूल ही गए थे लेकिन बाद में 1812 में एक स्विस खोजकर्ता जोहान लुडविग बर्कहार्ट ने इसे खोज लिया। यह भी कहा जाता है कि अब तक पेट्रा के 15% भाग की खोज की गई है और 85% अभी भी भूमिगत है। 
 
4. पेट्रा विश्व के नए 7 अजूबों में से एक है। पेट्रा की पहली वास्तविक खुदाई 1929 ईस्वी में की गई थी और जुलाई 2007 में पेट्रा को पेट्रा विश्व के नए 7 अजूबों की लिस्ट में शामिल किया गया। यूनेस्को ने 1985 में इसे विश्व धरोहर में शामिल करने के बाद इसे ‘मनुष्य की पारंपरिक विरासत की सबसे महंगी पारंपरिक संपत्ति’ के रूप में भी परिभाषित किया।
 
5. पेट्रा शहर को कई पहाड़ों की चट्टानों में बसाया गया है। पहाड़ों के भीतर ही घर, मकान और पूजा स्थल बने हुए हैं। यहां के पत्थरों के लाल रंग की वजह से पेट्रा को रोज सिटी के नाम से भी जाना जाता है। पेट्रा लाल चोटियों से घिरा हुआ है जिसकी वजह से इसका रंग लाल है। पेट्रा का नाम एक स्त्री यूनानी शब्द पेट्रोस से लिया गया है जिसका मतलब होता है चट्टानें। पेट्रा आधा निर्मित और चट्टान में खुदा हुआ शहर है। 
 
6. 6वीं सदी मुसलमानों ने पेट्रा को क्यों उजाड़ दिया गया था यह रहस्य आज भी बरकरार है। हालांकि 1189 ईस्वी के दौरान मुस्लिम शासक सुलतान सलाउद्दिन के कारण यहां से ईसाई समुदाय के लोग पलायन कर गए थे।
 
7. रिसर्च से पता चला है कि नाबाटियंस ने पेट्रा शहर निर्माण सूर्य की खगोलीय गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए किया था।
 
8. पेट्रा के अंदर जाने के लिए लगभग 1 किलोमीटर की संकीर्ण घाटी से होकर गुजरना होता है। संभवत: इसीलिए बाइबिल में पेट्रा को चट्टान में दरार के रूप में दर्शाया गया होगा। प्राचीन शहर पेट्रा वाडी मूसा में स्थित है।

 
9. पेट्रा कब्रों, स्मारकों, मूर्तियों और पवित्र संरचनाओं का एक विशाल शहर है। पेट्रा में लगभग 800 नक्काशीदार कब्रें हैं। पेट्रा के आसपास की जगह में 265 वर्ग मीटर में एक पुरातत्व पार्क भी है। पेट्रा थिएटर पूर्व में 106 ईस्वी में हेलेनिस्टिक शैली में बनाया गया था। पेट्रा थिएटर में 5,000 से 8,000 लोगों के बैठने की जगह थी।
 
10. पुरातात्विक खोजें करने वाले और कुरुआन के जानकार डेन गिब्सन ने अपने एक शोध में यह सिद्ध करने का प्रयास किया कि हजरत मुहम्मद साहब का जन्म यहीं पर हुआ था। यहीं पर एक पहाड़ी में एक गुफा है जहां लोग आध्यात्म की तलाश में जाते हैं। यहीं पर वो दो पहाड़ भी है जिसका जिक्र कुरआन में हुआ है। गिब्सन ने उमरा, अरब के प्राचीन तीर्थ, किबला और प्राचीन मस्जिदों को लेकर काफी कुछ रिसर्च किया है। उनका यह रिसर्च काफी प्रसिद्ध और विवादित भी है। हालांकि उनके शोध के विषय में हम उसके सत्य होने या असत्य होने के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं।

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