Kaidarnath Yatra 2024: जानिए कैसे पहुंचे केदारनाथ धाम
ये है यात्रा के सम्पूर्ण रूट की जानकारी और दर्शन की समय सारणी
Kaidarnath Yatra 2024: केदारनाथ धाम यात्रा (Kedarnath Yatra) भारत की प्रमुख पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक है। भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है केदारनाथ ज्योतिर्लिंग। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र तीर्थ की यात्रा और ज्योतिर्लिंग के दर्शन और पूजा-अर्चना करने से प्राणी जीवन-मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। आज इस आलेख में हम आपको केदारनाथ धाम यात्रा के विषय में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.
कैसे पहुँच सकते हैं: केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए यात्री दो रास्तों का उपयोग कर सकते हैं। पहला है सड़क मार्ग या ट्रेकिंग मार्ग जिससे आप पद यात्रा करके मंदिर तक पहुँच सकते हैं। आप सड़क मार्ग से केदारनाथ यात्रा करने के लिए पोनी या पालकी भी बुक कर सकते हैं। दूसरा विकल्प है हेलीकॉप्टर जीसके लिए आपको फाटा हेलीपैड से उपलब्ध हेलीकॉप्टर सेवा का विकल्प चुनना होता है।
दिल्ली से कनेक्टिविटी: हर साल देश भर से लाखों तीर्थयात्री इस पवित्र यात्रा को अंजाम देते हैं। उत्तराखंड के बाहर से आ रहे तीर्थयात्रियों के लिए, दिल्ली कनेक्टिंग शहर के रूप में कार्य करता है जहां से ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग की यात्रा करते हुए केदारनाथ पहुंचा जा सकता है।
सही मायने में केदारनाथ की यात्रा हरिद्वार या ऋषिकेश से शुरू होती है। हरिद्वार देश के सभी बड़े और प्रमुख शहरों से रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। हरिद्वार तक ट्रेन से आसनी से पहुंचा जा सकता है। आगे जाने के लिए टैक्सी या बस का उपयोग किया जा सकता है।
अगर आप केदारनाथ जाने के लिए सड़क मार्ग से यात्रा कर रहे हैं, तो ऋषिकेश एक पड़ाव होगा जहाँ से केदारनाथ की दूरी 230 किलोमीटर है। ऋषिकेश से 216 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गौरीकुंड जो सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ अंतिम बिंदु है। गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर की ट्रेक दूरी 21 किलोमीटर है।
गौरीकुंड पहुंचने के लिए देहरादून या हरिद्वार/ऋषिकेश से बसें आसानी से मिल जाती हैं। राज्य परिवहन की बसें और प्राइवेट डीलक्स और वोल्वो बसें इन गंतव्यों के बीच चलती हैं। गौरीकुंड पहुंचने के लिए कैब/टैक्सी भी किराए पर ली जा सकती है।
हेलीकाप्टर से कैसे पहुंचें केदारनाथ: केदारनाथ मंदिर तक पहुँचने का सबसे सुविधाजनक और तेज़ विकल्प हेलीकॉप्टर से है। केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकाप्टर देहरादून से उपलब्ध है। देहरादून से केदारनाथ के लिए हेलीकाप्टर लागत लगभग 50,000 रुपये प्रति व्यक्ति है।
क्या होगा किराया: अगर आप फाटा से हेलीकॉप्टर द्वारा केदारनाथ पहुंचने के लिए उपलब्ध हेलीकॉप्टर शटल सेवा का विकल्प चुनते हैं तब फाटा से केदारनाथ मंदिर के लिए शटल सेवा की लागत लगभग 2,500 रुपये एकतरफा और राउंड ट्रिप के लिए 5,000 रुपये है।
केदारनाथ मंदिर दर्शन का समय : केदारनाथ मंदिर के कपाट रोज प्रातः 07:00 बजे खुलते हैं। हर सुबह शिवलिंग को स्नान कराकर घी से अभिषेक किया जाता है। फिर केदारनाथ की आरती की जाती है। आरती में शामिल होने और दर्शन करने के लिए सुबह तीर्थयात्रियों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति होती है।
दोपहर में 1 से 2 बजे के बीच एक विशेष पूजा होती है और फिर मंदिर के पट विश्राम के लिए बंद कर दिए जाते हैं। शाम पांच बजे मंदिर के कपाट फिर दर्शन के लिए खोल दिए जाते हैं।
शाम 07:30 बजे से 08:30 बजे तक एक विशेष आरती होती है, जिसके दौरान भगवान शिव की पांच मुखी प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया जाता है। इस आरती के समय भक्तगण दूर से ही श्रृंगार दर्शन का लाभ ले सकते हैं। रात्रि 08:30 बजे के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।