जीवन को सकारात्मक बनाते हैं चाणक्य नीति के दोहे... (पढ़ें अर्थ सहित)

Webdunia
* जीवन को राह दिखाते हैं चाणक्य नीति के दोहे...
 
1. दोहा : 
 
    मन मलीन खल तीर्थ ये, यदि सौ बार नहाहिं ।
    होयं शुध्द नहिं जिमि सुरा, बासन दीनेहु दाहिं ॥
 
अर्थ- जिसके हृदय में पाप घर कर चुका है, वह सैकडों बार तीर्थस्नान करके भी शुध्द नहीं हो सकता। ठीक उसी तरह जैसे कि मदिरा का पात्र अग्नि में झुलसने पर भी पवित्र नहीं होता।
 
 
2. दोहा : 
 
    धर्मशील गुण नाहिं जेहिं, नहिं विद्या तप दान ।
    मनुज रूप भुवि भार ते, विचरत मृग कर जान ॥
 
अर्थ- जिस मनुष्य में न विद्या है, न तप है, न शील है और न गुण है ऎसा व्यक्ति पृथ्वी पर बोझ रूप होकर मनुष्य रूप में पशु सदृश है। 

ALSO READ: चाणक्य को मिली बूूढ़ी महिला से सीख, पढ़ें रोचक कथा...
 
3  . दोहा :  
 
बिन विचार खर्चा करें, झगरे बिनहिं सहाय ।
    आतुर सब तिय में रहै, सोइ न बेगि नसाय ॥
 
अर्थ- बिना समझे-बूझे खर्च करने वाला मनुष्य अनाथ, झगडालू होता है और सब तरह की स्त्रियों के लिए बेचैन रहने वाला मनुष्य देखते-देखते चौपट हो जाता है।
 
4. दोहा : 
 
    लेन देन धन अन्न के, विद्या पढने माहिं ।
    भोजन सखा विवाह में, तजै लाज सुख ताहिं ॥
 
अर्थ- जो मनुष्य धन तथा धान्य के व्यवहार में, पढने-लिखते में, भोजन में और लेन-देन में निर्लज्ज होता है, वही सुखी रहता है। 
 
5. दोहा : 
 
    दानशक्ति प्रिय बोलिबो, धीरज उचित विचार ।
    ये गुण सीखे ना मिलैं, स्वाभाविक हैं चार ॥
 
अर्थ- मनुष्य के अंदर दानशक्ति, मीठी बातें करना, धैर्य धारण करना, समय पर उचित-अनुचित का निर्णय करना, ये 4 गुण स्वाभाविक सिद्ध हैं, ये सीखने से नहीं आते।
 
6. दोहा : 
 
  विद्या गृह आसक्त को, दया मांस जे खाहिं
    लोभहिं होत न सत्यता, जारहिं शुचिता नाहिं ॥
 
अर्थ- जिस तरह गृहस्थी के जंजाल में फंसे व्यक्ति को विद्या नहीं आती, मांस का भोजन करने वाले के हृदय में दया नहीं आती, लोभी-लालची के पास सचाई नहीं आती, उसी तरह  कामी पुरुष के पास पवित्रता नहीं आती। 

ALSO READ: चाणक्य नीति : जीवन के लिए उपयोगी हैं ये सात बातें...

 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

झाड़ू से क्या है माता लक्ष्मी का कनेक्शन, सही तरीके से झाड़ू ना लगाने से आता है आर्थिक संकट

30 को या 31 अक्टूबर 2024 को, कब है नरक चतुर्दशी और रूप चौदस का पर्व?

बुध ग्रह का तुला राशि में उदय, 4 राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ समय

करवा चौथ पर राशि के अनुसार पहनें परिधान

Diwali muhurat 2024 : दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त और सामग्री सहित पूजा विधि

सभी देखें

धर्म संसार

23 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

23 अक्टूबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Diwali 2024 : इस दिवाली तेल नहीं पानी के दीयों से करें घर को रोशन

Rama ekadashi date time: रमा एकादशी कब है, क्या है इसका महत्व और कथा

Radhakunda snan 2024: कार्तिक कृष्ण अष्टमी पर राधा कुंड स्नान का क्या है महत्व?

अगला लेख
More