मथुरा। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय था, जब लोग (पिछली राज्य सरकारें) अयोध्या और मथुरा के विकास के लिए पैसा देने में यह सोचकर हिचकते थे कि कहीं सांप्रदायिक होने का ठप्पा न लग जाए। लेकिन हमने इस सोच को बदलने के लिए अयोध्या में दिवाली मनाई तो होली ब्रज में मनाने का फैसला लिया। अब कोई नहीं कह सकता कि मथुरा आने पर मैं सांप्रदायिक हो गया।
उन्होंने पिछली सरकारों पर मथुरा और अयोध्या की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों शहरों में उनके जाने पर उन्हें कोई भी सांप्रदायिक नहीं कहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब लोग (पिछली राज्य सरकारें) अयोध्या और मथुरा के विकास के लिए पैसा देने में यह सोचकर हिचकते थे कि कहीं सांप्रदायिक होने का ठप्पा न लग जाए। लेकिन हमने इस सोच को बदलने के लिए अयोध्या में दिवाली मनाई तो होली ब्रज में मनाने का फैसला लिया। अब कोई नहीं कह सकता कि मथुरा आने पर मैं सांप्रदायिक हो गया।
योगी शुक्रवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय परिसर में उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग, उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं ब्रजभूमि विकास ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 'ब्रज होली रंगोत्सव' का उद्घाटन करने के लिए यहां पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश राम, कृष्ण और शंकर की भूमि है। ऋषि-मुनियों, साधु-संतों व योगियों की भूमि है। हमारी धरोहर है। हमें इनके प्रति गौरव अनुभव करना चाहिए। इन स्थलों का भौतिक विकास भी होना चाहिए। हमने ब्रज के विकास के लिए तीर्थ विकास परिषद का गठन कर बजट में 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है और इतनी ही राशि हम सीएसआर से भी जुटा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कृष्ण ने यहां जन्म भले ही लिया हो किंतु वे अखंड भारत के आराध्य हैं। उन्होंने पूरब को पश्चिम से, तो उत्तर को दक्षिण से जोड़ने का कार्य किया। वे देश के हर स्थल की संस्कृति में देखने को मिलते हैं। ब्रज में तो जैसे हर गांव से उनका कोई न कोई निकट संबंधी है। उनके दिए ब्रज संगीत का भारतीय शास्त्रीय संगीत पर भी गहरा प्रभाव है। उन्होंने दुनिया को प्रेम की भाषा सिखलाई।
योगी आदित्यनाथ ने रंगोत्सव की संयोजक एवं सांसद हेमामालिनी के सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उनके एवं शास्त्रीय गायक पं. जसराज की इच्छानुसार यमुना किनारे इसी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा जल्द पूरी होने की कामना की और श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भी ऐसा ही एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाने की सलाह दी।
उन्होंने इस मौके पर संगीत मार्तंड पं. जसराज और बांसुरी गायक पं. हरिप्रसाद का सम्मान भी किया। उन्होंने अयोध्या व मथुरा को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित करने तथा होली को अंतरराष्ट्रीय इवेंट बनाए जाने की बात भी कही।
इस अवसर पर धर्मार्थ कार्य एवं संस्कृति मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण, पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, जिले के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र चैधरी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत मिश्रा एवं ब्रज विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा आदि भी उपस्थित थे। (भाषा)