देहरादून। उत्तराखंड में ब्रदीनाथ और कैदारनाथ यात्रा के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही है। हाल ही में जोशीमठ में आई दरारों ने यात्रा मार्ग को भी प्रभावित किया है। दरारों को अस्थायी तौर पर भरा भी गया है। लेकिन इस पर यात्रा आसान नहीं है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ से बद्रीनाथ तक की यात्रा के लिए एक प्लान तैयार किया है।
गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक करन सिंह नगन्याल का कहना है कि जोशीमठ से एक-एक कर वाहनों को बद्रीनाथ की तरफ भेजा जाएगा ताकि क्षतिग्रस्त मार्ग पर दबाव न पड़े। इस व्यवस्था के लिए शहर के दोनों ओर चेक पोस्ट और अस्थायी पार्किंग बनाई जाएगी। दबाव बढ़ने पर लोग अपने वाहनों को वहां पार्क भी कर सकेंगे।
जोशीमठ से गुजर रहे बद्रीनाथ मार्ग में आई दरारों ने शहर के बीचों बीच प्रमुख मार्ग को भी प्रभावित किया है। बड़ी-बड़ी दरारें आने से मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। दरारों को अस्थायी तौर पर भरा भी गया है। इसके बावजूद यह माना जा रहा है कि यह मार्ग अभी भारी यातायात का दबाव नहीं झेल सकता है।
ऐसे में आईजी गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल ने बताया कि इसके लिए एक तरफ मारवाड़ी और दूसरी ओर जहां मुख्य मार्ग खत्म होता है, वहां ट्रैफिक चेक पोस्ट बनाई जाएगी। यहां वाहनों रोका जाएगा। इसके बाद एक-एक कर वाहनों को जोशीमठ से गुजारा जाएगा ताकि मार्ग पर अत्यधिक दबाव न पड़े। ये दोनों जगहें ऐसी हैं, जहां बड़े मैदान भी हैं।
इन मैदानों को अस्थायी पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल करते हुए लोग वाहनों को पार्क कर अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं। इससे समय और परिस्थितियों के अनुसार ट्रैफिक बारी-बारी से चलाने का विकल्प पुलिस ने सोच लिया है। यात्रा के दौरान रूट डायवर्ट किये जाने पर इसकी जानकारी गूगल मैप पर दे दी जाएगी। गूगल मैप पर देखकर यात्री दूसरे मार्ग से जा सकेंगे।
यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने गूगल मैप के अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक भी की है। यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग को मलबा आने, हादसा होने या मौसम खराब होने की दशा में डायवर्ट किया जाता है। कई बार इसकी जानकारी यात्रियों को देरी से मिलती है। ऐसे में यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में गूगल मैप के अधिकारियों के साथ मिलकर एक कार्ययोजना तैयार की गई है।
निदेशक ने बताया कि किसी भी बाधा की जानकारी सबसे पहले पुलिस को मिलती है। इसके लिए यात्रा मार्ग पर तैनात पुलिसकर्मियों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा।
ये कर्मचारी किसी भी बाधा के वक्त इसकी जानकारी यातायात निदेशालय को देंगे। यह जानकारी तत्काल गूगल मैप की टीम को भेजी जाएगी। लोकेशन के साथ इस जगह को अपलोड किया जाएगा। इसके बाद गूगल मैप पर वैकल्पिक मार्ग की जानकारी भी अपलोड की जाएगी ताकि लोग रास्ते को बदल सकें। गूगल मैप की टीम ने शुक्रवार को यातायात निदेशालय में एक डेमो भी दिया।
11 दिन में 1.84 लाख पंजीकरण : चारधाम यात्रा के लिए शुक्रवार तक हुए 1.84 लाख ऑनलाइन पंजीकरण में से केदारनाथ के लिए एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के पंजीकरण अभी शुरू ही नहीं किए गए हैं।
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए भी जो ये पंजीकरण हुए हैं उनमें भी बाहरी राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए ही ये पंजीकरण शुरू किए गए हैं। पिछले 11 दिनों में 1.84 लाख श्रद्धालुओं के कुल पंजीकरण में केदारनाथ के लिए 101156 और बदरीनाथ के लिए 82428 श्रद्धालु पंजीकरण हुए हैं।
एक तरफ पंजीकरण में लगातार तेजी से तीर्थ पुरोहित समेत चारधाम यात्रा मार्ग में किसी न किसी कारोबार से जुड़े कारोबारी उत्साहित हैं तो दूसरी तरफ बद्रीनाथ यात्रा के लिए आपदाग्रस्त शहर जोशीमठ के होते हुए ही यात्रा कराने की मजबूरी से प्रशासन और पुलिस में धंसते जोशीमठ को लेकर चिंता भी है। बदरीनाथ जाने के लिए जोशीमठ ही एकमात्र विकल्प होने की वजह से जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित मार्ग पर यातायात एक साथ न चलाना पड़े एस रणनीति पर भी पुलिस काम कर रही है।