नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में विश्व स्तरीय जल निकासी व्यवस्था विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मिंटो रोड जैसी जल निकासी व्यवस्था समूची दिल्ली में लागू की जाएगी और नालियों और सीवरों को नियमित रूप से साफ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), नगर निकायों, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण (आई एंड एफसी) के अधिकारियों के साथ शहर की जल निकासी व्यवस्था पर समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद यह घोषणा की। बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की।
बैठक के बाद केजरीवाल ने ट्वीट किया, मानसून को देखते हुए दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को लेकर उपराज्यपाल की अध्यक्षता में पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डीजेबी, आई एंड एफसी के साथ समीक्षा बैठक की। मिंटो रोड जैसा सिस्टम दिल्ली के अन्य इलाकों में भी बनेगा। नालों और सीवर की नियमित सफाई की जाएगी। दिल्ली में विश्व स्तरीय ड्रेनेज सिस्टम बनाएंगे।
दिल्ली के मिंटो रोड ब्रिज के नीचे कई बार जलजमाव हो जाता था। कनॉट प्लेस को मध्य दिल्ली के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, रामलीला मैदान आदि को जोड़ने वाला यह महत्वपूर्ण मार्ग है। पिछले साल जुलाई में मिंटो ब्रिज के नीचे जलजमाव में मिनी ट्रक के डूबने से 56 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। हालांकि इस साल मिंटो ब्रिज के नीचे जलजमाव नहीं हुआ है।
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा कि मिंटो ब्रिज से पानी निकालने के लिए करीब नौ पंप लगाए गए हैं, साथ ही जल्द कार्रवाई और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ अलार्म भी लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, मैं सभी अधिकारियों और इंजीनियरों को बधाई देना चाहता हूं। मिंटो ब्रिज पर उनके काम ने साबित कर दिया है कि हमारे पास उन सभी जगहों पर जल जमाव को रोकने की क्षमता है जहां पानी जमा हो जाता है। हम ऐसे 147 स्थानों के बारे में जानते हैं। यदि हम व्यापक नक्शा तैयार करते हैं, तो हम सभी संभावित स्थानों पर ऐसा कर सकते हैं।
बाद में सरकार ने एक बयान जारी किया जिसमें पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने एजेंसियों से पूरी तरह से तैयार रहने और किसी भी समस्या से निपटने के लिए चौबीसों घंटे सतर्क रहने को कहा। एक सरकारी बयान में, मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले लोग मिंटो ब्रिज के नीचे जलभराव के बाद मानसून की शुरुआत की घोषणा करते थे, लेकिन इस बार मानसून आया लेकिन मिंटो ब्रिज के नीचे जलजमाव नहीं हुआ।(भाषा)