उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आते ही कानून व्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हुई है। अपराधी बेखोफ हैं और प्रशासन तंत्र पंगु बना हुआ हैं। लोग दहशत में जी रहे हैं। दिनदहाड़े अपहरण, लूट और हत्याएं हो रही हैं। मेरठ, बुलंद शहर, नोएडा, लखीमपुरखीरी, गाजीपुर, फतेहपुर, कन्नौज, बदायूं और लखनऊ जनपदों में एक हफ्ते के अंदर ही तमाम ऐसी घटनाएं, जिसमें किशोरियों और बच्चियों के साथ दुष्कर्म और उनकी हत्याएं तक हुई हैं।
श्यामली जनपद में एक किशोरी को कॉलेज से घर लौटते समय दबंगों ने पीट-पीटकर मार डाला। कई घटनाओं में तो पुलिस सुरक्षा प्रदान करने के बजाय स्वयं ही अपराध में शामिल पाई जाती है। अब तो हालात इतने खराब हो गए है कि छात्राएं स्कूल-कॉलेजों में पढ़ने जाते हुए डरती हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण के बाहर चली गई है। प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। लड़कियों से छेड़खानी के मामले में 9 महीनों में ही 2 लाख 21 हजार शिकायतें 1090 वूमेन पावर लाइन में दर्ज की गई हैं।
बरेली में महिला खिलाड़ियों के साथ दुष्कर्म की शिकायतें आई हैं। महिला पुलिसकर्मी भी अब अपमानित होने से नहीं बच पा रही हैं। अपराधियों का आतंक उन पर भी है। खुलेआम किशोरियों को अराजक तत्व अपनी गाड़ियों में घसीटकर अपहृत कर रहे हैं और पुलिस उन पर अंकुश लगाने में नाकाम रही। भाजपा सरकार इस सबसे संवेदनहीन बनी हुई है।
धर्म, संस्कृति और सभ्यता के बड़े-बड़े दावे करने वाली भारतीय जनता पार्टी के राज में महिलाओं और बच्चियों को सर्वाधिक अपमानित और नारकीय जीवन जीने को बाध्य होना पड़ रहा है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब प्रदेश में किसी न किसी जनपद में महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार, अपहरण और हत्या की घटनाएं न घटती हों।
हालात तो अब इतने खराब हो गए हैं कि अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने महिलाओं के प्रति भारत में आपराधिक मामलों में चिंता जताते हुए अपने देश की महिलाओं को सतर्कता बरतने को कहा है। भाजपा के लिए इससे बड़ी शर्म की और क्या बात होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतनी बदनामी पहले कभी नहीं हुई।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि अखिलेश यादव ने जो व्यवस्था महिलाओं की सहायता और सहयोग के लिए बनाई थी, उसे भी भाजपा प्रशासन ने बर्बाद कर दिया है।