पाटीदार आंदोलन से सुर्खियों में आए हार्दिक पटेल पहली बार भाजपा के टिकट पर वीरमगाम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिक भाजपा के मुखर आलोचक रहे हैं। भाजपा ने उन्हें टिकट तो दिया है, लेकिन स्थानीय दावेदारों में इसको लेकर नाराजगी भी है। हालांकि, हार्दिक जीत के प्रति आश्वस्त हैं, लेकिन राह उतनी भी आसान नहीं है। उन्होंने स्थानीय लोगों से कई वादे भी किए हैं।
हार्दिक पटेल ने सबसे पहले वीरमगाम को जिला बनाने का वादा किया है। इसके साथ ही अहमदाबाद की कांकरिया झील जैसे मुनसर और गंगा झील को भी विकसित किया जाएगा।
नलकांठा, मंडल और देत्रोज में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाने का, वीरमगाम में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स कॉलेज बनाने का भी वादा किया है। साथ ही खेल परिसर और उद्यान बनाने की बात भी कही है।
गुरुवार को ही पीएम मोदी की बावला में सभा हुई थी। इस दौरान हार्दिक पटेल पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच पर नजर आए। वीरमगाम से पहली बार चुनाव लड़ रहे हार्दिक पटेल के लिए यह लड़ाई आसान नहीं होगी।
एक तरफ जहां भाजपा के स्थानीय नेता टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं, वहीं 2 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं। अब देखना यह होगा कि पाटीदार आंदोलन के अगुआ रहे हार्दिक पटेल वीरमगाम से चुनाव जीत पाते हैं या नहीं।
Edited by: Vrijendra singh Jhala