उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा का असर अब साफतौर पर एनसीआर में दिखाई पड़ रहा है। गाजियाबाद के मुरादनगर गंग नहर में पिछले 4 दिन से पानी का स्तर बढ़ रह है, यही नहीं पानी में रेत यानी सिल्ट की मात्रा भी बढ़ गई है, जिसकी वजह से प्रताप विहार स्थित गंगा जल 'वॉटर प्लांट' को बंद कर दिया गया है।
इस वॉटर प्लांट से गाजियाबाद के वसुंधरा, इंदिरापुरम और नोएडा में गंगाजल की सप्लाई होती है। जहां एक तरफ एनसीआर में पीने के पानी का संकट पैदा हो गया है, वहीं, दूसरी तरफ मुरादनगर गंगनहर स्थित छोटे हरिद्वार स्थित मंदिर में पानी का सैलाब आ गया है।
चमोली ग्लेशियर टूटने के बाद मुरादनगर से निकलने वाली गंगनहर स्थित शनि मंदिर में पानी प्रवेश कर चुका है, जिसके चलते श्रद्धालुओं को दिक्कत हो रही है। फिलहाल गाजियाबाद और नोएडा में गंगाजल की सप्लाई पूर्णतः बंद है, लगभग 10 लाख की आबादी पर पीने के साफ पानी का संकट मंडरा रहा है।
वहीं वैकल्पिक तौर पर नोएडा और गाजियाबाद नगर निगम द्वारा ट्यूबवेल से पानी सप्लाई करेगा। दूसरी ओर, जीडीए के अधिकारियों का कहना है की गंगनहर में साफ पानी आने के बाद फिर से गंगाजल वॉटर प्लांट से सप्लाई शुरू हो जाएगी।