Vishwa Bharti: विश्व भारती के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने शांति निकेतन में पट्टिका विवाद को लेकर केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। यह जानकारी मंगलवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
अधिकारी ने बताया कि कुलपति ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के शांति निकेतन पुलिस थाने को अपनी शिकायत सोमवार को ई-मेल की। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता शांति निकेतन को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल का दर्जा देने संबंधी पट्टिकाओं को उन पर विश्व भारती के संस्थापक रवीन्द्रनाथ टैगोर का नाम नहीं होने के कारण हटाने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि कुलपति ने हमें एक पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि उन्हें विश्वविद्यालय परिसर के बाहर धरना दे रहे कुछ लोगों से जान से मारने की धमकी मिली है। हम उनकी शिकायत पर गौर कर रहे हैं। चक्रवर्ती ने अपनी शिकायत में टीएमसी नेताओं पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया और कहा है कि उन्हें अपनी जान को लेकर भय है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुलपति ने हमसे सुरक्षा मुद्दे पर गौर करने का आग्रह किया है। विरोध प्रदर्शन में शामिल टीएमसी के स्थानीय नेता जमशेद अली खान ने आरोपों को खारिज करते कहा कहा कि धरना कार्यक्रम विश्व भारती के परिसर के बाहर चल रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान बाउल और रवीन्द्र संगीत गाया जा रहा है। कुलपति आंदोलन को लेकर चिंतित हैं।
स्थानीय विधायक एवं राज्यमंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने बताया कि कुलपति अपनी मूर्खताएं छिपाने के लिए कहानियां गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री के निर्देश पर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब कुलपति अपनी गलतियों को छिपाने के लिए बहुत कुछ करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति निकेतन स्थित विश्वविद्यालय को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिए जाने की स्मृति में विश्व भारती की उन अपमानजनक पट्टिकाओं को हटाने की सोमवार को मांग की जिन पर संस्थान के संस्थापक गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर का नाम नहीं है।
विश्व भारती के कुलपति ने रविवार को कहा था कि यूनेस्को द्वारा शांति निकेतन को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने के और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के दिशानिर्देशों के अनुपालन में एक पट्टिका तैयार करने का काम चल रहा है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta