उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं।
धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले।
हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।
उदयपुर में घटी हिंसक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
धर्म के नाम पर नफरत, घृणा व हिंसा फैलाने वाले मंसूबे हमारे देश व समाज के लिए घातक हैं।
हमें मिलकर शांति व अहिंसा के प्रयासों को मजबूत करना होगा।
उदयपुर की इस नृशंस घटना की जिम्मेदार गहलोत सरकार है।
क्योंकि इस सरकार ने करौली दंगा के मुख्य दंगाई को खुला छोड़ा। टोंक में मौलाना ने हिंदुओं की गर्दन उतारने की धमकी दी, कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह हत्यारा भी वीडियो बनाकर नरसंहार की धमकी देता रहा, पर सरकार चुप्पी साधे रही।