मथुरा। उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा शुरू कर्जमाफी योजना के तहत लाभार्थियों की सूची में नाम दर्ज कराने आए किसानों से कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में मथुरा की मांट तहसील के एक प्रशिक्षु लेखापाल को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
जिलाधिकारी (डीएम) अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया कि शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से जानकारी मिली थी कि नौहझील ब्लॉक के खावल गांव के प्रशिक्षु लेखापाल तरुण कुमार सिंह किसानों से लाभार्थी सूची में नाम शामिल करने के एवज में मनमानी रकम वसूल रहे थे।
डीएम ने बताया कि वायरल हुए वीडियो में आरोपी प्रशिक्षु लेखापाल ग्रामीणों से कुछ रुपए लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मामला सामने आने पर उपजिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार से जांच कराई तथा प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया।
जिलाधिकारी ने बताया कि लेखापाल को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने तथा अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रवीन्द्र कुमार को पूरे मामले की विस्तृत जांच करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यदि आरोप की पुष्टि हुई तो उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। (भाषा)