कहते हैं कि 'भागते भूत की लंगोटी भली', भले ही 'भूत' प्रधानमंत्री का कार्यक्रम ही क्यों न हो? यह तो सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान प्रोजेक्ट से जुड़े अफसर आनन फानन में रिकॉर्ड बनाने और केवल आंकड़ों को बढ़ाने में ही लगते है। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वास्तविकता का पता लगने पर जिम्मेदार लोगों की क्या प्रतिक्रिया होगी।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में बदरवास तहसील में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। यहां पर पहले एक महिला के शौचालय में किचन बनाए जाने का मामला सामने आया था लेकिन कुछ समय बाद ही एक अन्य गांव में एक ग्रामीण महिला द्वारा शौचालय में दुकान खोले जाने का मामला सामने आ गया।
प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में बताए जाने पर महिला का कहना है कि गांव में पीने तक को तो पानी नहीं है ऐसे में ऐसे में शौच के लिए पानी का इंतजाम कैसे और कहां से किया जाए? इस वजह से उसने घर के बाहर बने शौचालय में दुकान खोल ली। आखिर सरकार योजना का उत्साह कुछ तो सामने आया।
उल्लेखनीय है कि यह पहला मामला नहीं है। एक मामला मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले का है जहां पर लक्ष्मण कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने अपने घर में बने शौचालय को परचून की दुकान में तब्दील कर दिया है। छत्तरपुर में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के देरी रोड मार्ग के पंचवटी कॉलोनी का निवासी लक्ष्मण और उसका परिवार घर में शौचालय होने के बावजूद शौच के लिए घर से बाहर जाता है।
इस मामले में लक्ष्मण का कहना है कि शौचालय बन तो गया है लेकिन उसका निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है इसलिए उसने वहां पर दुकान खोल ली है। लक्ष्मण ने बताया कि नगरपालिका ने आठ महीने पहले शौचालय के निर्माण के लिए पैसे ले लिए थे लेकिन उन्होंने शौचालय में सीट तो लगवा दी लेकिन अभी तक टैंक नहीं लगवाया है।