कोयंबटूर। तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक नाबालिग लड़के की कथित पुलिस पिटाई के वीडियो पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश मानवाधिकर आयोग (SHRC) ने शहर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
पुलिस ने बच्चे की पिटाई इसलिए कर दी क्योंकि उसके माता-पिता ने कथित रूप से लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया था। बच्चे के माता-पिता की खाने-पीने की एक दुकान है।
प्रदेश के तूतीकोरीन में पुलिस की पिटाई के कारण पिता-पुत्र की मौत होने के बाद लोगों के विरोध के बीच आयोग ने यह कार्रवाई की है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आयोग ने कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त सुमित सरन को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है कि रतिनापुरी में 17 जून को हुई इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है।
वायरल वीडियो में पुलिस के एक उपनिरीक्षक को बुजुर्ग दंपति को उनकी दुकान बंद करने के लिए कहते हुए देखा जा रहा है क्योंकि यह निर्धारित समय से आगे है। इसके बाद उनके बीच बहस हो गई जिसका दंपति के 16 साल के बेटे ने अपने मोबाइल में वीडियो बना लिया।
यह आरोप है कि पुलिस ने जब लड़के से मोबाइल छीन लिया तो लड़के ने उप निरीक्षक की मोटरसाइकिल से चाबी निकाल ली। इसके बाद पुलिस उपनिरीक्षक ने लड़के की जमकर पिटाई कर दी और उसे जेल भेजने की धमकी दी।
सूत्रों ने बताया कि लड़के को पुलिस थाने ले जाया गया। बाद में उसे छोड़ दिया गया क्योंकि वह नाबालिग था और नौवीं कक्षा का छात्र था। तूतीकोरीन की घटना का जबरदस्त विरोध होने के बाद यह वीडियो सामने आया है। (भाषा) (प्रतीकात्मक चित्र)